प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन का एलान कर दिया है। कोरोना वायरस को लेकर मंगलवार को एक बार फिर देश को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज रात 12 बजे से पूरे देश में पूरी तरह से लॉकडाउन होने जा रहा है. मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप इस समय देश में जहां हैं वहीं रहे. देश में यह लॉकडाउन 21 दिन का होगा, मतलब तीन सप्ताह का होगा। आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए हर परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने ये एक तरह का कर्फ्यू ही है. यह जनता कर्फ्यू से ज्यादा सख्त होगा. कोरोना महामारी को रोकने के लिए यह लॉकडाउन जरूरी है.
कोरोना वायरस को लेकर पहले भी कई देशों ने लॉकडाउन किया है. चीन, इटली, अमेरिका, दक्षिण अफ्रिका जैसे देशों ने पहले ही वैसे देश हैं जिन्होंने सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन किया है.
इन देशों में हो चुका है लॉकडाउन
चीन
चीन के वुहान प्रांत में पहली बार दिसंबर के अंत में कोरोना वायरस को पहचाना गया था, और इस प्रकार प्रारंभिक प्रकोप के संगरोध उपायों को 22 जनवरी को पहली बार वहाँ लगाया गया था. अब, दो महीने के बाद, चीनी सरकार ने पुष्टि की है कि हुबेई में सभी प्रतिबंधों को 8 अप्रैल तक पूरी तरह से हटा दिया जाएगा.
सरकार द्वारा नए कोरोनोवायरस के प्रसार से निपटने के लिए नए उपायों की घोषणा करने के बाद दक्षिण अफ्रीका में लोग 21 दिनों के तालाबंदी का प्रयास कर रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका
दक्षिणअफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने सोमवार को देर रात कहा, “26 मार्च को गुरुवार की आधी रात से, गुरुवार, 16 अप्रैल की मध्यरात्रि तक, सभी दक्षिण अफ्रीकी लोगों को घर पर रहना होगा.”
मंगलवार को, पुष्टि किए गए मामलों की संख्या फिर से 554 तक पहुंच गई – एक सप्ताह पहले, यह आंकड़ा 62 था. धीरे-धीरे ये आंकड़ा बढ़ रहा है जो देश के साथ विश्व के लिए भी खतरनाक है.
अमेरिका
दुनिया की महाशक्ति होने का दावा करने वाला संयुक्त राज्य अमेरिका अब कोरोना वायरस महामारी के आगे बेबस और लाचार दिखाई दे रहा है. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सोमवार रात तक 15,433 हो गई है. वहीं, दुनिया में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 46,450 से अधिक हो गई.
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में अब तक 46,450 लोग वायरस से संक्रमित हो गए हैं और 593 मौतें हुई हैं.