Miracle in China : चमत्कारिक देश चीन में एक बार फिर खगोलीय चमत्कार देखने को मिला है. यहां के एक शहर मोहे के आसमान में एक साथ तीन-तीन सूर्य दिखाई दिए. इसे देखकर न केवल शहर के लोग हैरान हुए, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देखकर दुनिया भर के लोग दंग हैं. वे यह सोच-सोचकर परेशान हैं कि आखिर ये हुआ तो हुआ कैसे?
दरअसल यह घटना शनिवार की है. शनिवार की सुबह करीब 6:30 बजे से लेकर 9:30 बजे तक उत्तर-पूर्व चीन के मोहे शहर के आसमान में तीन सूर्य एक साथ दिखाई दिए. इसे देखकर लोग दंग रह गए. तीन घंटे तक आसमान में तीन-तीन सूर्य दिखते रहने के बाद कुछ लोगों ने इसे कैमरे में कैद कर लिया, तो कुछ ठकमूर्ति बनकर आसमान को निहारते रहे. हालांकि, आसमान में दिखने वाले बाकी के दो सूरज असली नहीं थे, बल्कि ‘सन डॉग’ की वजह से लोगों को एक सूर्य के बदले उन्हें तीन दिखाई दे रहे थे.
ऐसे बनते हैं दो नकली सूर्य
‘सन डॉग’ वायुमंडलीय प्रकाशीय घटना के रूप में भी जाना जाता है जिसकी वजह से लोगों को एक की बजाय अधिक सूर्य आसमान में दिखाई देने लगते हैं. पीपल्स डेली चाइना ने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट की है, जिसमें तीन सूरज दिख रहे हैं. वीडियो में सूरज के साथ दो चमकीले स्थान दिख रहे हैं जिन्हें ‘फैंटम सन’ भी कहा जाता है.
जानिए क्या है ‘सन डॉग’
‘सन डॉग’ नाम की चौकाने वाली खगोलीय घटना तब होती है, जब पृथ्वी के वातावरण में बर्फ के क्रिस्टल बनने शुरू हैं. इसके बाद वे सूरज की रोशनी को प्रतिबिंबित करते हैं, जिससे पृथ्वी पर रहने वाले लोगों वह प्रतिबिंब चमकते सूर्य की तरह नजर आता है. इससे पहले जनवरी में चीन के ही एक अन्य शहर फूयू में इस तरह की घटना दिखी थी. तब इस घटना को आसमान में 20 मिनट तक देखा गया था. इस बार शनिवार को हुई इस ‘सन डॉग’ नाम की खगोलीय घटना को हाल के सालों का सबसे लंबे समय तक देखा गया है.
क्या कहता है नासा?
नासा ने वायुमंडलीय प्रकाशकीय विशेषज्ञ लेस कॉवले के हवाले से कहा कि ‘सन डॉग’ एक बर्फ के होल की तरह है. वह प्लेट के आकार के बर्फ के क्रिस्टल से बनता है, जो आकाश से नीचे की ओर बहता रहता है. उन्होंने कहा कि बर्फ का क्रिस्टल हवा के साथ जब आकाश में नीचे की ओर से बहता है, उससे प्रतिबिंब तैयार होता है, जो आसमान में छल्ले की तरह चमकता है. इसके साथ ही, नासा का यह भी कहना है कि ‘सन डॉग’ इंद्रधनुष की तरह है, जो प्राय: हर सुबह कोने में चमकता रहता है.
Posted By : Vishwat Sen