दुनिया में कई मुस्लिम देश हैं, जहां सदियों से हैं भव्‍य हिंदू मंदिर, पूजा-अर्चना करते हैं भक्त

यूएई, ओमान और बहरीन जैसे देशों में प्राचीन हिंदू मंदिर हैं, जहां भक्त जुटते हैं और परंपरागत रूप से पूजा होती है. इन्हीं में एक है बहरीन की राजधानी मनामा में बना श्रीनाथजी मंदिर. यह एक सदी से भी अधिक पुराना है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2024 5:01 AM

पिछले करीब एक दशक में भारत के संबंध सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई), बहरीन तथा ओमान जैसे देशों से और बेहतर हुए हैं. इन देशों में अच्‍छी-खासी संख्‍या में भारतीय हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का उद्घाटन करने जा रहे हैं, जो यूएई की राजधानी अबू धाबी में बन कर तैयार है. यह जानना दिलचस्प होगा कि कई मुस्लिम देशों में भव्य हिंदू मंदिर हैं.

यूएई, ओमान और बहरीन जैसे देशों में हैं प्राचीन हिंदू मंदिर

यूएई, ओमान और बहरीन जैसे देशों में प्राचीन हिंदू मंदिर हैं, जहां भक्त जुटते हैं और परंपरागत रूप से पूजा होती है. इन्हीं में एक है बहरीन की राजधानी मनामा में बना श्रीनाथजी मंदिर. यह एक सदी से भी अधिक पुराना है. इसका निर्माण सिंधी हिंदू समुदाय ने किया था, जो भारत विभाजन से कई साल पहले थट्टा से आये थे. पड़ोसी देश सऊदी अरब में रहने और काम करने वाले हिंदू भी पवित्र अवसरों पर इस मंदिर में पूजा-पाठ करने आते हैं. ओमान की राजधानी मस्कट में दो हिंदू मंदिर हैं. इनमें एक है मोतीश्वर मंदिर. यह ओल्ड मस्कट में है. माना जाता है कि यह 109 साल से भी अधिक पुराना है. मस्कट के रूवी में भगवान कृष्ण-विष्णु मंदिर है, जो 150 साल पुराना है. इसी तरह दुबई में दक्षिण भारतीयों के अलावा सिंधी, मराठी, गुजराती, पंजाबी व करीब सभी प्रमुख धर्मों के कई दशकों से धार्मिक स्थान हैं. मंदिरों में ही आध्यात्मिक समारोह, उत्सव व अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

पाकिस्तान

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले भी एक हिंदू मंदिर है- कटासराज मंदिर. इसका निर्माण सातवीं सदी में हुआ था. यह भगवान शिव का सबसे प्राचीन मंदिर माना जाता है. कहा जाता है कि इस मंदिर का जिक्र महाभारत में भी है. मंदिर के परिसर में राम मंदिर, हनुमान मंदिर भी है. पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्‍तान के पुरातात्विक विशेषज्ञ इसके रखरखाव में जुटे हैं.

मलयेशिया

मलयेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है, लेकिन यहां पर मंदिरों को भी खूब सम्‍मान दिया जाता है. यहां बड़ी संख्या में हिंदू तमिल समुदाय के लोग रहते हैं. यहां के गोमबाक में बातू गुफाएं हैं, जिनमें कई मंदिर हैं. इस गुफा के प्रवेश द्वार पर भगवान शिव और माता पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय का मंदिर है, जिन्‍हें मुरुगन के नाम से जानते हैं. यह मुरुगन मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. यह जगह मलेशिया में बसे हिंदुओं द्वारा मनाये जाने वाले त्योहार थाईपुसम का मुख्‍य केंद्र है. यह मलयेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से 13 किलोमीटर दूर है.

इंडोनेशिया

कहा जाता है कि इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है. हालांकि, यहां की संस्कृति में हिंदू परंपराओं की भी झलक देखने को मिलती है. इंडोनेशिया में बड़ी संख्या में हिंदू मंदिर हैं, जिसमें जावा स्थित प्रम्बान मंदिर सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है. यह मंदिर भगवान शिव, भगवान विष्णु व भगवान ब्रह्मा को समर्पित है. यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है. यह मंदिर 9वीं सदी बताया जाता है. इसके अलावा बाली में माता सरस्वती मंदिर व जावा में शिव मंदिर भी काफी लोकप्रिय है.

ओमान

ओमान की राजधानी मस्कट में करीब 109 साल पुराना शिव मंदिर है. इस मंदिर को मोतीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर ओमान के सुल्‍तान के महल के पास ही है और सीब एयरपोर्ट से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस मंदिर का गुजरात के व्‍यापारियों से खास रिश्‍ता है. वर्ष 2018 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओमान दौरे गये थे, तब उन्होंने भी इस शिव मंदिर में दर्शन किये थे. मस्कट में श्रीकृष्ण मंदिर व गुरुद्वारा भी हैं.

बहरीन

बहरीन में भी एक हिंदू मंदिर है, जो करीब 200 साल पुराना है. मनामा में स्थित इस मंदिर को श्रीनाथजी के मंदिर के तौर पर जाना जाता है. इस मंदिर की स्थापना साल संभवत: 1817 में थट्टाई समाज की ओर से की गयी थी. कहा जाता है कि काम की तलाश में भारत से कई लोग बहरीन की ओर रुख करते थे. इनमें हिंदुओं की संख्या भी काफी होती थी. उनकी आस्था को देखते हुए यहां इस मंदिर की स्थापना की गयी थी.

संयुक्त अरब अमीरात

संयुक्त अरब अमीरात में अभी सिर्फ एक मंदिर है, जो दुबई में है. इसका नाम भगवान शिव व श्रीकृष्ण मंदिर है. यह मंदिर अल रिग्गा स्ट्रीट से कुछ दूरी पर ही है. इस मंदिर में दुबई में बड़ी तादाद में बसे हिंदू रोजाना पूजा के लिए जाते हैं. मंदिर के करीब ही एक गुरुद्वारा भी है. बुधवार को अबु धाबी में पहला मंदिर का काम भी पूरा हो जायेगा. इस मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी.

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