NASA SpaceX: अमेरिका ने रचा इतिहास, 45 वर्ष में पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में उतारने में रहा कामयाब
NASA SpaceX: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने निजी कंपनी स्पेसएक्स की मदद से अपने दो अंतरिक्षयात्रियों की समुद्र में लैंडिंग कराई है. नासा ने 45 वर्ष के इतिहास में पहली बार किसी अंतरिक्षयात्री को सीधे समुद्र में उतारा है. ये दोनों अंतरिक्षयात्री अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से लौट रहे थे. अंतरिक्ष में करीब दो महीने की परीक्षण उड़ान के बाद ये अंतरिक्ष यात्री मेक्सिको की खाड़ी में उतरे.
NASA SpaceX: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने निजी कंपनी स्पेसएक्स की मदद से अपने दो अंतरिक्षयात्रियों की समुद्र में लैंडिंग कराई है. नासा ने 45 वर्ष के इतिहास में पहली बार किसी अंतरिक्षयात्री को सीधे समुद्र में उतारा है. ये दोनों अंतरिक्षयात्री अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से लौट रहे थे. अंतरिक्ष में करीब दो महीने की परीक्षण उड़ान के बाद ये अंतरिक्ष यात्री मेक्सिको की खाड़ी में उतरे. दोनों स्वस्थ हैं.
गत 45 साल में पहली बार ऐसा हुआ, जब नासा का कोई अंतरिक्ष यात्री समुद्र में उतरा. इस घटना का नासा और स्पेसएक्स ने लाइव टेलिकास्ट भी किया, जिसे देश दुनिया के लाखों लोगों ने देखा. इस वापसी के साथ ही स्पेस एक्स के अगले महीने के अभियान का रास्ता भी साफ हो गया है. नासा-स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग अमेरिकी शहर फ्लोरिडा के पेंसाकोला तट के पास मेक्सिको की खाड़ी में की गई. इस ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में अंतरिक्षयात्री रॉबर्ट बॉब बेनकेन और डगलस हर्ली थे.
"Thanks for flying @SpaceX."
📍 Current Location: Planet Earth
A 2:48pm ET, @AstroBehnken and @Astro_Doug splashed down, marking the first splashdown of an American crew spacecraft in 45 years. #LaunchAmerica pic.twitter.com/zO3KlNwxU3
— NASA (@NASA) August 2, 2020
दोनों शनिवार रात को ही आईएसएस से धरती के लिए रवाना हुए थे और एक दिन से भी कम समय में धरती पर पहुंच गए. कंपनी के अभियान का नियंत्रण करने वालों ने कहा कि धरती पर वापस आने पर आपका स्वागत है और स्पेस एक्स उड़ाने के लिए धन्यवाद. नासा की ओर से बताया गया कि ड्रैगन नाम के कैप्सूल को चालक दल ने ड्रैगन एंडेवर नाम दिया है जो पृथ्वी की कक्षा से 28 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर आया और उसने 560 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वायुमंडल में प्रवेश किया और आखिर में 24 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मेक्सिको की खाड़ी में उतरा.
नासा और स्पेसएक्स ने लैंडिंग के लिए सात समुद्री जगहों का चुनाव किया था. पेंसाकोला, टैंपा, टालाहैसी, पनामा सिटी, केप केनरेवल, डेटोना और जैक्सनविले. ताकि इमरजेंसी में कहीं भी लैंडिंग कराई जा सके. समुद्र में कैप्सूल के गिरने के बाद उसे बाहर निकालने के लिए स्पेसएक्स का जहाज 40 कर्मचारियों के साथ तैनात था जिसमें डॉक्टर, नर्स आदि मौजूद थे. महामारी में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पोत पर सवार सभी 40 कर्मचारियों को ड्यूटी पर भेजने से पहले 14 दिनों के लिए पृथक-वास में रखा गया था और उनकी कोविड-19 जांच की गई थी.
Posted By: Utpal kant