नेपाल का जाजरकोट जिला शुक्रवार आधी रात भूकंप के तेज झटकों से हिल गया. इस भूकंप के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ की मानें तो, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिलों में 80 लोगों की मौत हो गई और 140 से अधिक लोग घायल हुए हैं. भूकंप के कारण देश में कम से कम 128 लोगों की मौत की खबर है.
#WATCH | Nepal Earthquake | Houses in Bheri, Jajarkot reduced to rubble in the 6.4 magnitude earthquake last night.
— ANI (@ANI) November 4, 2023
(Video: Reuters) pic.twitter.com/Csb62gGRWo
खबरों की मानें तो नेपाल में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा में था. शुक्रवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर आए भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी दिल्ली तक महसूस किया गया. दिल्ली के अलावा भूकंप के झटके कई राज्यों में महसूस किये गये.
पीएमओ की ओर से बताया गया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए. नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है. सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ पर जो खबर चल रही है उसके अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए. गृह मंत्रालय ने बताया कि दोनों जिलों में 128 लोगों की मौत हो गई और 140 अन्य लोग घायल हो गए. अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि भूकंप के कारण कितने मकान क्षतिग्रस्त हुए. मृतक संख्या बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई है.
#WATCH | Nepal earthquake | Visuals from Jajarkot where the injured were brought to the hospital last night.
— ANI (@ANI) November 4, 2023
Nepal PM Pushpa Kamal Dahal ‘Prachanda’ left for the earthquake-affected areas along with doctors and aid materials this morning. pic.twitter.com/KJes2IybPP
देश की तीनों सुरक्षा एजेंसियों- नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल को बचाव कार्य में लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ने शुक्रवार रात को आए भूकंप में जान-माल का नुकसान होने पर गहरा शोक प्रकट किया है. उन्होंने तत्काल राहत एवं बचाव के लिए तीनों सुरक्षा निकायों को तैनात किया है.
नेपाल सरकार के अधिकारियों ने बताया कि घायलों का सुरखेत जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को बचाव और राहत कार्य तुरंत करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि सड़कें अवरुद्ध होने और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्य बाधित हो गया है.