Nepal Plane Crash: प्लेन में सवार सभी 72 लोगों की मौत, 15 साल पुराना था दुर्घटनाग्रस्त विमान
अधिकारियों ने बताया कि नेपाल विमान हादसे में अब तक मिले 69 शवों में से 41 की पहचान हो गई है. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ दोनों को बरामद कर लिया गया है. सीवीआर कॉकपिट में रेडियो प्रसारण और अन्य ध्वनियां रिकॉर्ड करता है, जैसे पायलटों के बीच बातचीत, और इंजन से आने वाली आवाज आदि.
Nepal Plane Crash: नेपाल में यति एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ दुर्घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है. जबकि हादसे में विमान में सवार सभी 72 लोगों के मारे जाने की आशंका है. अबतक 69 शव बरामद कर लिये गये हैं. यति एयरलाइंस का एटीआर-72 विमान रविवार को रिजार्ट शहर पोखरा के नवनिर्मित हवाई अड्डे पर उतरने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चालक दल के चार सदस्यों और पांच भारतीयों समेत 72 लोग सवार थे.
Nepal Plane Crash: 69 शवों में 41 की हुई पहचान
अधिकारियों ने बताया कि नेपाल विमान हादसे में अब तक मिले 69 शवों में से 41 की पहचान हो गई है. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) दोनों को बरामद कर लिया गया है. सीवीआर कॉकपिट में रेडियो प्रसारण और अन्य ध्वनियां रिकॉर्ड करता है, जैसे पायलटों के बीच बातचीत, और इंजन से आने वाली आवाज आदि. एफडीआर 80 से अधिक विभिन्न प्रकार की जानकारी जैसे गति, ऊंचाई और दिशा, साथ ही पायलट की गतिविधयां और महत्वपूर्ण प्रणालियों के प्रदर्शन को रिकॉर्ड करता है.
Nepal Plane Crash: 15 साल पुराना था दुर्घटनाग्रस्त विमान
विमानों की आवाजाही पर नजर रखने वाली वेबसाइट फ्लाइटरडार 24 ने दावा किया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान 15 साल पुराना था और इसमें पुराने ट्रांसपोंडर लगे थे.
‘ब्लैक बॉक्स’ मिलने से विमान हादसे का खुलेगा राज
विमानन कंपनी के प्रवक्ता सुदर्शन बारतौला ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ मौके से बरामद कर लिया गया है और उसे नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) के हवाले कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इन ‘बॉक्स’ से दुर्घटना के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं. हिमालयी राष्ट्र में पिछले 30 से अधिक वर्षों में हुआ यह सबसे भीषण विमान हादसा है.
Nepal Plane Crash: विमान में सवार थे पांच भारतीय
विमान में पांच भारतीय अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27) सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल सवार थे. ये सभी उत्तर प्रदेश के निवासी थे.
पायलट ने रनवे 12 पर उतरने की अनुमति क्यों मांगी
विमान की कमान कैप्टन कमल केसी संभाल रहे थे जो एक प्रशिक्षक पायलट थे. केसी ने करीब 110 किलोमीटर की दूरी से पोखरा नियंत्रण टावर से पहली बार संपर्क किया. समाचार पत्र ‘काठमांडू पोस्ट’ ने पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता अनूप जोशी के हवाले से कहा, मौसम साफ था. हमने पूर्वी छोर पर रनवे 30 पर उन्हें उतरने को कहा…सब कुछ सही था. जोशी ने बताया कि विमान के कैप्टन ने बाद में पश्चिमी छोर पर रनवे 12 पर उतरने की अनुमति मांगी. उन्होंने कहा, हमें नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. अनुमति दे दी गई और फिर विमान उतरने लगा. विमान ने सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर काठमांडू से उड़ान भरी. विमान को 10 बजकर 58 मिनट पर पोखरा में उतरना था. विमान लगातार पोखरा टावर के संपर्क में था.