नयी दिल्ली : चीन के वुहान शहर से निकलकर पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ है कि चीन में एक नये इन्फ्लूएंजा वायरस की पहचान हुई है. H10N3 एवियन इन्फ्लूएंजा (H10N3 avian influenza) वायरस भी कोरोनावायरस की तरह पूरी दुनिया में महामारी फैला सकता है. यह वायरस पक्षियों में होने वाले फ्लू का मुख्य कारण है, जो इंसानों में भी पाया गया है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने मंगलवार को कहा कि पूर्वी चीनी प्रांत जिआंगसु में एक विशेष बर्ड फ्लू के स्ट्रेन से मानव संक्रमण का पहला मामला सामने आया है. एनएचसी ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में H10N3 स्ट्रेन से मानव संक्रमण के मामले की पुष्टि की है. बयान में कहा गया है कि 41 साल की उम्र के एक पुरुष में इस मामले का पता चला है.
बताया गया कि जियांगसू प्रांत में रहने वाले एक 41 वर्षीय शख्स में यह वायरस पाया गया है. इस शख्स को 28 अप्रैल को पहली बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके एक महीने बाद इसमें एच10एन3 वायरस का स्ट्रेन पाया गया है. उम्मीद की जा रही है कि मानव में यह वायरस मुर्गियों से आया होगा. मानव में इस वायरस के संक्रमण का दुनिया का पहला मामला है.
एनएचसी ने आश्वासन दिया है कि दुनिया में एच10एन3 के मानव संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है. यह भी बताया गया कि जिस शख्स में यह वायरस पाया गया है वह खतरे से बाहर है और जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी. एनएचसी ने यह भी कहा कि यह वायरस ज्यादा शक्तिशाली नहीं है इसलिए इससे बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने का खतरा नहीं है.
चीन से ही कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैला और तबाही मचा रहा है. आज भी इसके नये स्ट्रेन सामने आ रहे हैं, जो वैज्ञानिकों के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं. चीन ने कोरोना के समय में भी कहा था कि इसके संक्रमण के चांस काफी कम है, लेकिन हुआ इसके विपरित. इसी प्रकार दुनिया के कई देश इस बात को भी मानने को तैयार नहीं हैं कि एच10एन3 स्ट्रेन भी संक्रमण नहीं फैला सकता है.
एनएचसी ने दावा किया है कि जिस शख्स में इस वायरस के संक्रमण का मामला देखा गया है, उसके संपर्क में आये कई लोगों की जांच की गयी और उनमें संक्रमण के सबूत नहीं मिले हैं. बता दें कि चीन में बर्ड फ्लू के कई वायरस आज भी मौजूद हैं. बर्ड फ्लू के वायरस यहां इंसानों में भी देखने को मिले हैं. यह खासकर वैसे लोगों को संक्रमित करते हैं, जिनका पॉल्ट्री का बिजनेस है और जो ज्यादा समय पॉल्ट्री फॉर्म में बिताते हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.