12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दुनिया का इकलौता देश जहां 76 दिन नहीं होती रात, जानें क्यों?

No Night in Norway: आइए जानते हैं दुनिया के किस देश में 76 दिनों तक रात नहीं होती.

No Night in Norway: नॉर्वे के स्वालबार्ड की एक अद्भुत प्राकृतिक घटना, जहां सूर्यास्त और सूर्योदय के बीच का समय केवल 40 मिनट का होता है, दुनिया के अन्य हिस्सों से इसे अलग बनाता है. आमतौर पर हम दिन और रात के सामान्य चक्र के आदी हैं, लेकिन स्वालबार्ड में ऐसा नहीं है. यहां का वातावरण कुछ अलग और अद्वितीय है.

स्वालबार्ड जहां रात लगभग न के बराबर होती है

स्वालबार्ड, नॉर्वे का एक ऐसा स्थान है जहां सूरज लगभग 12:43 बजे डूबता है और केवल 40 मिनट बाद फिर से उग जाता है. यह घटना एक दिन की बात नहीं है बल्कि लगभग ढाई महीने तक चलती है. इस दौरान, सूरज रात के समय भी आकाश में बना रहता है. यही कारण है कि स्वालबार्ड को “कंट्री ऑफ मिडनाइट सन” या “आधी रात के सूर्य का देश” कहा जाता है. यह घटना मई से जुलाई तक देखने को मिलती है, जब पूरे 76 दिनों तक सूरज नहीं डूबता.

इसे भी पढ़ें: मौसम विभाग का अलर्ट, उत्तर भारत में घने कोहरे और बारिश की चेतावनी

मिडनाइट सन का वैज्ञानिक कारण

पृथ्वी अपनी धुरी पर लगभग 23.5 डिग्री का झुकाव बनाए रखती है, जो उसके घूर्णन तल से 66.5 डिग्री का कोण बनाता है. इसी झुकाव के कारण पृथ्वी पर विभिन्न मौसम और दिन-रात की लंबाई में भिन्नता होती है. जब पृथ्वी का उत्तरी ध्रुव सूर्य की ओर झुका होता है, तब स्वालबार्ड जैसे स्थानों पर सूर्यास्त नहीं होता. इस दौरान, उत्तरी गोलार्ध में स्थित देश सूर्य की किरणों को लगातार प्राप्त करते हैं, जिससे मिडनाइट सन की घटना होती है.

विशेष दिन और रात की लंबाई

भारत में 21 जून का दिन सबसे लंबा और 22 दिसंबर की रात सबसे लंबी होती है, क्योंकि उस समय सूर्य की किरणें पृथ्वी पर असमान रूप से वितरित होती हैं. इसी प्रकार, नॉर्वे के स्वालबार्ड में भी पृथ्वी के झुकाव के कारण ढाई महीने तक सूर्यास्त नहीं होता.

इस अद्भुत प्राकृतिक घटना के कारण स्वालबार्ड दुनिया भर के पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया है. यहां के लोग इस अनोखे अनुभव का आनंद लेते हैं, जहां रात का अंधकार केवल कुछ मिनटों का होता है और फिर से दिन का उजाला फैल जाता है. यह घटना पृथ्वी के अद्भुत प्राकृतिक चमत्कारों में से एक है जो इसे और भी रोमांचक बनाती है.

इसे भी पढ़ें: माता-पिता का प्रिय कौन? बड़ा बेटा छोटा बेटा या फिर बेटियां

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें