North Korea News/ Kim Jong Un : उत्तर कोरिया की सेना को पड़े खाने के लाले, किम जोंग उन टेंशन में
North Korea News/ Kim Jong Un : उत्तर कोरिया की हालत बहुत खराब हो गई है. तानाशाह किम जोंग उन ने इस बात को स्वीकार भी किया है. उन्होंने हाल में ही कहा है कि उनका देश गंभीर खाद्य संकट से गुजर रहा है. इस संबंध में सीएनएन की रिपोर्ट भी सामने आई थी जिसमें कहा गया है हाल ही में एक बैठक में किम ने माना कि स्थिति बहुत बदतर हो चुकी है और लगातार हालात बिगड़ रहे हैं.
North Korea News/ Kim Jong Un : उत्तर कोरिया की हालत बहुत खराब हो गई है. तानाशाह किम जोंग उन ने इस बात को स्वीकार भी किया है. उन्होंने हाल में ही कहा है कि उनका देश गंभीर खाद्य संकट से गुजर रहा है. इस संबंध में सीएनएन की रिपोर्ट भी सामने आई थी जिसमें कहा गया है हाल ही में एक बैठक में किम ने माना कि स्थिति बहुत बदतर हो चुकी है और लगातार हालात बिगड़ रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अनाज की कमी के कारण यहां महंगाई चरम पर पहुंच चुकी है. खाने-पीने की चीजें आम लोगों के पहुंच से बाहर हो चुकी है. इस हालत से उत्तर कोरिया की सेना भी अछूती नहीं रही. खबरों की मानें तो किम जोंग उन की सेना को खाने के लाले पड गये हैं. इस बात नें किम की चिंता बढा दी है. बताया जा रहा है कि सेना को खद्य सामाग्री की सप्लाई नहीं हो पा रही है. सेना को दवा और ईंधन की कमी भी हो चुकी है.
उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग की बात करें तो यहां ब्लैक टी के एक छोटे पैकेट की कीमत 70 डॉलर यानी करीब 5,167 रुपये, कॉफी पैकेट की कीमत 100 डॉलर यानी 7,381 रुपए और 1 किलो केले की कीमत 45 डॉलर यानी 3300 रुपए हो गई है जिससे यहां की जनता परेशान हैं. पिछले दिनों यूनाइडेट नेशंस के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) ने कहा था कि उत्तर कोरिया में 860,000 टन अनाज की कमी है. यानी देश में दो महीने की आपूर्ति के बराबर ही अनाज शेष है.
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आर्थिक समस्याएं दूर करने का संकल्प
देश में जारी इस समस्या के बीच किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया की आर्थिक समस्याएं दूर करने का संकल्प लिया है. पिछले दिनों उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सत्तारूढ़ पार्टी की एक बड़ी बैठक के समापन पर अपने देश में खाद्य की कमी को स्वीकार करने का काम किया. साथ ही गहराती आर्थिक समस्याओं से बाहर निकालने का संकल्प लिया.
देश की सीमाएं बंद
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने किम का बयान जारी किया था. किम जोंग उन ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति की चार दिवसीय पूर्ण बैठक की अध्यक्षता की थी. बैठक की बात करें तो ये देश की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को उबारने के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी, जो वर्षों के कुप्रबंधन और अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों के कारण खराब स्थिति में हैं और कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर देश की सीमाएं बंद होने के कारण स्थिति और बदतर हो गई है.
Posted By : Amitabh Kumar