नए साल पर शी चिनफिंग बोले- ताइवान चीन एक, कोई तोड़…
Taiwan China: शी चिनफिंग ने अपने तीसरे कार्यकाल में ताइवान को चीन के साथ एकीकृत करने को प्राथमिकता दी है. इसे वे अपनी सैन्य और राजनयिक रणनीति का अहम हिस्सा मानते हैं.
Taiwan China: नए साल के मौके पर जब पूरी दुनिया शांति और सद्भाव की कामना कर रही है, चीन ने 2025 में भी अपनी आक्रामकता जारी रखते हुए ताइवान पर एक बड़ा बयान दिया. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने नववर्ष संदेश में कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों ओर के लोग एक परिवार हैं और कोई भी इस रिश्ते को तोड़ नहीं सकता. चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का अभिन्न हिस्सा मानता है और ‘एक चीन’ नीति को अपनी कूटनीतिक प्राथमिकता में शामिल करता है. शी चिनफिंग ने अपने तीसरे कार्यकाल में ताइवान को चीन के साथ एकीकृत करने को प्राथमिकता दी है. इसे वे अपनी सैन्य और राजनयिक रणनीति का अहम हिस्सा मानते हैं.
वैश्विक भूमिका और सहयोग
अपने संदेश में शी ने चीन की वैश्विक जिम्मेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि चीन विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों के साथ सहयोग को मजबूत कर रहा है. शी के मुताबिक, चीन वैश्विक मुद्दों के समाधान में सक्रिय योगदान दे रहा है.
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आर्थिक चुनौतियों के बीच भरोसा
शी चिनफिंग ने चीनी जनता को आर्थिक चिंताओं के बीच आश्वस्त किया. उन्होंने कहा कि 2024 में चीन का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 130 ट्रिलियन युआन तक पहुंचने की उम्मीद है. अनाज उत्पादन 70 करोड़ टन से अधिक हो चुका है और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात में वृद्धि हो रही है, हालांकि अमेरिका और यूरोपीय संघ के आयात शुल्क इसमें बाधा बने हुए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप की चुनौती
राष्ट्रपति शी के सामने डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी एक बड़ी चुनौती है. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में चीन पर भारी आयात शुल्क लगाया था और चीन पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. अपने हालिया चुनाव अभियान में ट्रंप ने चीनी आयात पर शुल्क बढ़ाने और चीन की तकनीकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की बात दोहराई है. शी चिनफिंग के बयान और अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव से यह स्पष्ट है कि 2025 चीन के लिए कूटनीतिक और आर्थिक चुनौतियों से भरा रहने वाला है.
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