कोरोना के एक साल : पाकिस्तान-नेपाल संबंधों और चंद्र मिशन के जरिये दुनिया का ध्यान कोविड-19 से हटाने में जुटा चीन
नयी दिल्ली : चीन के वुहान शहर से कोविड-19 वायरस का पहला मामला आने और दुनिया में प्रसार के एक साल पूरे होनेवाले हैं. दुनियाभर के देशों के निशाने पर आया चीन अब लोगों का ध्यान दूसरे मुद्दों पर भटकाने की कोशिश में जोर-शोर से लग गया है. एक ओर वह दक्षिण एशिया में वर्चस्व चाहता है, तो दूसरी ओर चंद्र मिशन चांग-ए5 जैसे अंतरिक्ष यान के जरिये देशों का ध्यान कोविड-19 से हटाने में जुट गया है.
नयी दिल्ली : चीन के वुहान शहर से कोविड-19 वायरस का पहला मामला आने और दुनिया में प्रसार के एक साल पूरे होनेवाले हैं. दुनियाभर के देशों के निशाने पर आया चीन अब लोगों का ध्यान दूसरे मुद्दों पर भटकाने की कोशिश में जोर-शोर से लग गया है. एक ओर वह दक्षिण एशिया में वर्चस्व चाहता है, तो दूसरी ओर चंद्र मिशन चांग-ए5 जैसे अंतरिक्ष यान के जरिये देशों का ध्यान कोविड-19 से हटाने में जुट गया है.
दक्षिण एशिया में वर्चस्व को लेकर चीनी रक्षा मंत्री जनरल वी फेंगे ने चीन और पाकिस्तान का दौरा कर दोनों देशों के घनिष्ठ सैन्य संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का आह्वान मंगलवार को किया. इससे पहले चीनी रक्षा मंत्री फेंगे ने सोमवार को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने को लेकर सहमति ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किये.
चीनी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रक्षा मंत्री जनरल फेंगे ने कहा है कि दोनों देश विभिन्न जोखिमों और चुनौतियों से निबटने को लेकर अपनी-अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों के लिए सैन्य संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए. साथ ही पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के निर्माण के साथ-साथ रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग और मजबूत करेंगे.
चीनी रक्षा मंत्री के पाकिस्तान दौरे के बीच चीन की मदद से निर्मित 1100 मेगावाट क्षमतावाले परमाणु ऊर्जा संयंत्र में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में ईंधन भरने का कार्य शुरू किया गया. बताया जाता है कि अगले साल 2021 के अप्रैल माह में इस संयंत्र का वाणिज्यिक संचालन शुरू किया जाना है. अत्याधुनिक सुरक्षा विशेषताओं से लैस यह परमाणु ऊर्जा संयंत्र तीसरी पीढ़ी का विद्युत उत्पादन संयंत्र है.
पाकिस्तान पहुंचने के पहले चीनी रक्षा मंत्री फेंगे रविवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि चीन नेपाल की सुरक्षा, आजादी, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का मजबूती से समर्थन करता है. भारत-नेपाल सीमा विवाद के बीच चीनी रक्षा मंत्री का काठमांडू दौरा हुआ है. नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी में फूट के बीच चीन नेपाल को प्राथमिकता में रखना चाहता है. चीन नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी को भी एकजुट रखना चाहता है. इसे लेकर चीन की राजदूत ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और पार्टी के सह अध्यक्ष पुष्प कमल दहल के मतभेदों को दूर करने को लेकर दखल भी दिया है.
इधर, चीन ने अपने चंद्रमिशन के जरिये भी दुनिया भर के देशों का ध्यान कोविड-19 से हटाने की कोशिश की है. चंद्रमा पर मानव रहित अंतरिक्ष यान चांग-ए5 चीन ने भेजा है. दक्षिण चीन के हैनान द्वीप से 24 नवंबर को प्रक्षेपित मानव रहित अंतरिक्ष यान का लैंडर निर्धारित समय अपराह्न तीन बजे (जीएमटी) चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की. साल 1970 के बाद से चांद पर से नमूने एकत्र करने का यह पहला अभियान है. अभियान सफल होने पर चंद्रमा से मिट्टी और चट्टान के नमूने एकत्र करनेवाला यह विश्व का पहला देश हो जायेगा.