Onion Price : बांग्लादेश में आम चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं. प्याज तो लोगों की पहुंच से दूर ही होती जा रही है. जी हां…राजधानी ढाका के कई सब्जी बाजारों में स्थानीय किस्म के प्याज की खुदरा कीमतें बढ़ गईं हैं. इसकी अधिकतम कीमत 165 टका प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. प्याज की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली रही है जिससे निम्न और निश्चित आय वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ चुकी है.
इस बीच, आयातित भारतीय प्याज 120-130 टका प्रति किलो बाजार में बिक रहा है. किराना व्यापारियों ने बताया कि पिछले 4-5 दिनों में स्थानीय मसाले की कीमत में 40-45 टका प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है. व्यापारियों ने आयात लागत में वृद्धि और स्थानीय फसलों के घटते स्टॉक को कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बताया है.
क्यों बढ़ रही है प्याज की कीमत?
व्यापारियों के अनुसार, थोक विक्रेताओं को मांग के अनुसार स्थानीय किस्म के प्याज नहीं मिल रहे हैं, इसलिए कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है. सीजन के अंत में किसानों के पास प्याज का स्टॉक कम है. नतीजतन, बाजार में स्थानीय प्याज की आपूर्ति कम हो गई है. साथ ही, बांग्लादेश में भारी बारिश के कारण नए प्याज की बुआई में देरी कीमत में बढ़ोतरी की एक वजह है.
भारत में दिवाली, बांग्लादेश में बढ़ी प्याज की कीमत
इस बीच, आयातित प्याज की कीमतों में भी कुछ बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. थोक विक्रेता और उपभोक्ता अचानक कीमतों में बढ़ोतरी से नाराज हैं. इससे उनके प्याज खरीदने की क्षमता प्रभावित हुई है. इस बीच, आयातकों ने बताया कि भारत में दिवाली के दौरान बाज़ार बंद होने से कीमतों पर अस्थायी रूप से असर पड़ा है. उन्हें उम्मीद है कि एक हफ़्ते के भीतर कीमतें स्थिर हो जाएंगी.
इंदौर, नासिक से जाता है बांग्लादेश में प्याज
गत शनिवार को, 34 ट्रकों में 991 टन प्याज इंदौर, नासिक जैसे बाजार से भारत से बांग्लादेश पहुंची थी. नवंबर 2023 में, प्याज की कीमत ढाका में 150 टका प्रति किलोग्राम पहुंची थी. बांग्लादेश में सालाना 3.2 से 3.5 मिलियन टन प्याज की मांग है. देश में 2.7 से 3.0 मिलियन टन प्याज का उत्पादन होता है.