Loading election data...

पाकिस्तान में रात 10 बजे के बाद नहीं होगी शादी, वजह जानकर हैरान हो जाएंगे आप

मौजूदा बिजली संकट का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है, जिसके चलते राष्ट्रीय आर्थिक परिषद (एनईसी) ने देशभर में (स्थानीय समयानुसार) रात साढ़े आठ बजे बाजार बंद करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2022 9:51 AM

इस्लामाबाद : महंगाई और आर्थिक तंगी की मार झेल रहा पाकिस्तान में आम आदमी को जीवन गुजारना दुश्वार हो गया है. महंगाई की वजह से एक ओर जहां लोगों को खाने के लाले पड़े हुए हैं, वहीं वहां की सरकार भी आए दिन आम आदमी पर कोई न कोई बोझ बढ़ाती जा रही है. मीडिया की खबरों की मानें तो अब पाकिस्तान के इस्लामा बाद में रात 10 बजे के बाद शादी समारोह के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है. इतना ही नहीं, वहां के बाजार शाम साढ़े आठ बजे के बाद खुले हुए नजर नहीं आएंगे. इन सबके पीछे की वजह पाकिस्तान में उपजा बिजली संकट है. सरकार ने बिजली बचाने के लिए आम आदमी को परेशान करने वाला फरमान जारी किया है.

साढ़े आठ बजे बाजार बंद करने का फरमान

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने बिजली बचाने के प्रयासों के तहत इस्लामाबाद में रात 10 बजे के बाद शादी समारोह पर पर रोक लगाने और पूरे देश में रात साढ़े आठ बजे बाजार ही बंद करने का फरमान जारी किया है. पाकिस्तानी चैनल ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, भीषण बिजली संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने बिजली की खपत को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं और अब इस्लामाबाद में रात 10 बजे के बाद शादी समारोहों पर पाबंदी रहेगी, जो आठ जून से प्रभावी हो चुकी है.

पीएम शहबाज ने की बैठक

बता दें कि मौजूदा बिजली संकट का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है, जिसके चलते राष्ट्रीय आर्थिक परिषद (एनईसी) ने देशभर में (स्थानीय समयानुसार) रात साढ़े आठ बजे बाजार बंद करने का निर्देश दिया है. बिजली संकट को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह फैसला किया गया है. बैठक में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी प्रांतों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया.

Also Read: Agni-4 Missile: भारत के इस मिसाइल की ताकत देख चीन और पाकिस्तान के उड़े होश, जानिए खूबियां
पाकिस्तान में 26,000 मेगावाट है बिजली की मांग

इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है कि सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान के मुख्यमंत्रियों ने व्यापारियों के संघ के साथ परामर्श करने के लिए दो दिन का समय मांगा है, लेकिन उन्होंने इस कदम पर सहमति जताई है. बिजली मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बाजारों को जल्दी बंद करने और घर से काम करने की व्यवस्था से बिजली की बचत हो सकती है. मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में बिजली का उत्पादन 22,000 मेगावाट है और आवश्यकता 26,000 मेगावाट है. उन्होंने कहा कि देश में में लगभग 4,000 मेगावाट ऊर्जा की कमी है.

Next Article

Exit mobile version