ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका निर्मित टीका दुनिया में सबसे पहले ब्रिटेन में लगाया गया
Oxford Astrazeneca Corona Vaccine ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन 'कोविशील्ड' सबसे पहले 82 वर्षीय बुजुर्ग को दी गयी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को भारत में पिछले दिनों आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गयी. इसके बाद ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन 'कोविशील्ड' का टीका लगाना शुरू कर दिया है.
Oxford Astrazeneca Corona Vaccine ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ सबसे पहले 82 वर्षीय बुजुर्ग को दी गयी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को भारत में पिछले दिनों आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गयी. इसके बाद ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ का टीका लगाना शुरू कर दिया है.
Britain begins inoculating its citizens with the AstraZeneca/Oxford vaccine against COVID-19 giving the shot to Brian Pinker, an 82-year-old dialysis patient, at a hospital in Oxford: Reuters pic.twitter.com/AEtjog0vNt
— ANI (@ANI) January 4, 2021
इसी कड़ी में सोमवार को ऑक्सफोर्ड के एक अस्पताल में 82 वर्षीय डायलिसिस के मरीज ब्रायन पिंकर को इसकी पहली खुराक दी गयी. गौर हो कि हाल ही में ब्रिटेन ने इस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी. जिसके बाद आज से इसे वहां टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया गया.
वैक्सीन की डोज लेने के बाद ब्रायन पिंकर के कहा कि वो बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा कि वे ऑक्सफोर्ड में ही पैदा हुए थे और उन्हें गर्व है कि इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड में ही विकसित किया गया है. साथ ही कहा कि मैं अब इस साल के अंत में अपनी पत्नी शिर्ले के साथ शादी की 48वीं सालगिरह मनाने का इंतजार कर रहा हूं.
वहीं, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एनएचएस फाउंडेशन के चीफ नर्सिंग ऑफिसर सैम फॉस्टर ने पहला डोज देने को गर्व की बात बताते हुए कहा कि जहां पर यह बनायी गयी है, उससे कुछ सौ मीटर दूर ही इसका पहला डोज दिया जाना काफी अच्छा रहा. हम और कई मरीजों और हेल्थ केयर वर्कर्स के टीकाकरण करने के लिए तैयार हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन ने इस वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक का ऑर्डर दिया हुआ है. वहीं, अमेरिका दवा कंपनी फाइजर की कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन ने बहुत पहले ही मंजूरी दे दी थी. इसके साथ ही अब तक लाखों ब्रिटेन नागरिकों को इसका टीका लगाया जा चुका है. दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन कोरोना के नये स्ट्रेन पर भी कारगर होगी.
Upload By Samir Kumar