ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने आज कहा कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमीक्रोन पर टीका प्रभावी नहीं है, लेकिन अगर जरूरत हुई तो वे वैक्सीन का अपडेट वर्जन एस्ट्रेजेनेका के साथ मिलकर तैयार करेंगे.
गौरतलब है कि इससे पहले दवा निर्माता कंपनी माॅर्डना ने यह कहा था कि कोविड 19 को रोकने के लिए बनाये गये वैक्सीन ओमीक्रोन पर ज्यादा प्रभावी नहीं हैं. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर यह कहा गया है कि ओमीक्रोन वैरिएंट के बारे में अभी सूचनाएं बहुत कम हैं. ओमीक्रोन पर टीका का क्या प्रभाव है इसका मूल्यांकन किया जा रहा है और उसका गंभीरता से अध्ययन किया जायेगा.
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ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर विश्व में चिंता
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वैक्सीन अप्रभावी अभी इस बात के प्रमाण नहीं
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वैक्सीन का अपडेट वर्जन बनाने की तैयारी
गौरतलब है कि कोविड महामारी के बीच पिछले एक साल में इसके कई रूप सामने आये हैं, बावजूद इसके वैक्सीन ने हर वैरिएंट के खिलाफ गंभीर बीमारियों से बचाया है. ऐसे में इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि ओमीक्रोन उनसे अलग है.
बावजूद इसके अगर ओमीक्रोन के खिलाफ वैक्सीन के अपडेट वर्जन की जरूरत होगी तो उसे विकसित कर लिया जायेगा. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कोरोना का नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, उसके बाद विश्व में दहशत है क्योंकि इस वैरिएंट ने 30-50 म्यूटेशन किया है जिसकी वजह से इसे बहुत संक्रामक और खतरनाक बताया जा रहा है.
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भारत सरकार ने भी कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर विदेश से आने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है. साथ ही सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए सतर्कता बरतना का आदेश जारी कर दिया है.