बिजली का बिल बढ़ाकर आम चुनाव करा रहा है कंगाल पाकिस्तान! जानें कितना आएगा खर्च

Pakistan Election Expenses- आठ फरवरी पाकिस्तान में आम चुनाव कराए जा रहे हैं. इससे पहले देश में बिजली की दर बढ़ा दी गई है. आम चुनाव के पहले बिजली की दर बढ़ने से जनता नाराज है.

By Amitabh Kumar | February 4, 2024 11:58 AM

Pakistan Election Expenses: कंगाल पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने जा रहा है. चुनाव में भारत का पड़ोसी मुल्क अरबों खर्च कर रहा है. इस बीच खबर है कि पाकिस्तान की जनता की जेब पर जोरदार झटका सरकार ने दिया है. दरअसल, देश में आम चुनाव से पहले बिजली महंगी कर दी गई है जिससे जनता नाराज है. लोगों का कहना है कि क्या सरकार चुनाव का खर्च बिजली का बिल बढ़ाकर वसूलना चाहती है. इस बीच आइए आपको चुनाव में होने वाले खर्च को लेकर जानकारी देते हैं.

पाकिस्तान के चुनाव में कितना किया जा रहा है खर्च?

पिछले दिनों अरब न्यूज ने एक खबर दी थी जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल के बजट में आगामी आम चुनाव के लिए 42 अरब रुपये आवंटित करने का काम किया था. पिछले साल दिसंबर के महीने में पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई थी कि वित्त प्रभाग की ओर से आम चुनाव कराने के लिए जुलाई 2023 में जारी 10.0 अरब रुपये के अलावा पाकिस्तान चुनाव आयोग को 17.4 अरब रुपये और जारी कर दिये गये हैं. इसके बाद आम चुनाव कराने के लिए जारी की गई कुल राशि 27.4 अरब रुपये हो चुकी है. मंत्रालय ने साथ ही कहा था कि वित्त प्रभाग, पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से जरूरत पड़ने पर और धन उपलब्ध कराएगा.

Also Read: चुनाव से पहले इमरान खान को दूसरा झटका, तोशाखाना मामले में पूर्व पीएम और बुशरा बीबी को 14 साल की सजा

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने एक खबर जनवरी के महीने में प्रकाशित की थी. इस रिपोर्ट में पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) का जिक्र किया गया था. आयोग की ओर से अनुमान लगाया गया है कि 2024 के आम चुनाव में 49 अरब रुपये से ज्यादा खर्च हो सकता है. इसके पीछे की वजह मतदान केंद्रों पर फुलप्रूफ सुरक्षा प्रदान करने को बताया गया था.

पिछले साल अगस्त में बिजली बिल को लेकर हुआ था विरोध प्रदर्शन

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के कई शहरों में पिछले साल अगस्त में बिजली बिल में की गई बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था. पेशावर, कराची, लाहौर, मुल्तान, रावलपिंडी सभी जगह जनता ने बिजली की बढ़ी हुई दरों के खिलाफ सड़कों को अवरुद्ध किया था. यही नहीं लोग टायर जलाते और नारे लगाते भी नजर आए थे. इसके बाद एक बार फिर ठीक चुनाव से पहले बिजली बिल बढ़ाने का काम किया गया है. अब देखना होगा कि इसका असर चुनाव में क्या पड़ता है.

Next Article

Exit mobile version