Pakistan Flood Crisis: पाकिस्तान में बाढ़ से हालात हुए बदतर, PM मोदी ने जताई चिंता, जानें लेटेस्ट अपडेट

पाकिस्तान में बाढ़ से चारो ओर तबाही का मंजर है. बाढ़ से अब तक करीब 1100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा करीब 10 लाख लोग ऐसे हैं, जो तरह से बेघर हो चुके हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2022 10:13 AM

पाकिस्तान में बाढ़ से चारो ओर तबाही का मंजर है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर स जारी आंकड़ों के मुताबिक बारिश और बाढ़ से अबतक देश में 1,162 लोगों की मौत हुई है, 3554 लोग घायल हुए हैं और करीब 3.3 करोड़ आबादी प्रभावित हुई है. बीते दिनों इस आपदा को लेकर पीएम मोदी ने चिंता जताई थी. जिसके बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने विनाशकारी बाढ़ से हुए भारी नुकसान पर चिंता जताने के लिए नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

शहबाज शरीफ ने पीएम मोदी को किया धन्यबाद

गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण आई भीषण बाढ़ से पूरे पाकिस्तान में व्यापक तबाही हुई है और 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं, 3.3 करोड़ लोगों को विस्थापित होना पड़ा है, शरीफ ने ट्वीट किया, ”मैं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाढ़ के कारण हुए मानवीय और भौतिक नुकसान पर शोक जताने के लिए धन्यवाद देता हूं. अपने विशिष्ट गुणों के साथ पाकिस्तान के लोग, इंशाअल्लाह, इस प्राकृतिक आपदा के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करेंगे और अपने जीवन और समुदायों का पुनर्निर्माण करेंगे.”

प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ को लेकर जताई थी चिंता

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कहा था कि वह पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुखी हैं. उन्होंने पड़ोसी देश में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद जताई थी. मोदी ने ट्वीट किया था, ”पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुख हुआ. हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद करते हैं.”

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माउंट ऑफ द डैड में बाढ़ से भारी नुकसान

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सदियों पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता के अंतिम बचे अहम स्थलों मोहनजोदड़ो के ‘माउंट ऑफ द डैड’ और कोटदीजी को देश में आई अभूतपूर्व बाढ़ से भारी नुकसान पहुंचा है. डॉन अखबार के मुताबिक सिंधु घाटी सभ्यता के कुछ बचे हुए अवशेषों में शामिल मोहनजोदड़ो के ‘माउंट ऑफ द डैड’ को नीले रंग के तिरपाल से ढका गया था, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी पानी के रिसाव को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. खबर के मुताबिक इलाके के लरकाना में सबसे अधिक बारिश हुई है जिसकी वजह से शाह बहारो और तज्जार नामक ऐतिहासिक इमारतों में भी जल जमाव की स्थिति है.

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