दक्षिण पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज बेच रही एक दुकान पर संदिग्ध अलगाववादियों ने ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 14 लोग घायल हो गये. पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गयी. अभी किसी ने क्वेटा में हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह हमला सड़क किनारे बनी एक दुकान पर हुआ. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फिदा हुसैन ने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता वासिम बेग ने बताया कि एक घायल की हालत गंभीर है. गौरतलब है कि बलूचिस्तान में अलगाववादी इस्लामाबाद में केंद्र सरकार से आजादी की मांग करते रहे हैं. सरकार का कहना है कि उसने उग्रवाद को खत्म कर दिया है लेकिन इस प्रांत में हिंसा अब भी होती रहती है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ राहत अभियान में तैनात पाकिस्तानी सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पाकिस्तानी सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल और पांच वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. हेलीकॉप्टर में 12वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली सवार थे. वह बलूचिस्तान में बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी कर रहे थे. यह हिस्सा मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है.
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पहले ये खबर आयी कि सेना के हेलीकॉप्टर गायब होने के पीछे बलूचिस्तान के विद्रोहियों का हाथ है. पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की मीडिया शाखा ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने बताया था कि, बाढ़ राहत कार्यों में तैनात हेलीकॉप्टर का मलबा लासबेला के मूसा गोथ में मिला। हादसे में लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली सहित सभी छह अधिकारियों और सैनिकों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार दुर्घटना का कारण खराब मौसम हो सकता है.