संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में भारत ने पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और उन्हें फंडिंग करने को लेकर जमकर लताड़ा है. भारत ने पाकिस्तान की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि अब पड़ोसी मुल्क को आतंकवाद की मदद करने और उसे बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए. यूएनएचआरसी में भारत ने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्लामाबाद को अब जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
बता दें, मानवाधिकार परिषद के 47वें सत्र के दौरान भारत ने पाकिस्तान की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कई बातें कहीं. परिषद में मौजूद भारतीय प्रतिनिधि पवन कुमार ने कहा कि, आतंकवाद मानवाधिकार के लिए सबसे बड़ा खतरा है. और उसके सभी रुपों का पूरजोर विरोध से साथ इससे कड़ाई से निपटा जाना चाहिए. इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान में हो रही बर्बर हत्याएं, राजनीतिक कार्यकर्ताओं तथा अल्पसंख्यकों के प्रति अमानवीय बर्ताव को लेकर भी कई बातें कहीं.
भारत के प्रतिनिधि पवन कुमार बाधे ने कश्मीर को लेकर एक वार्षिक रिपोर्ट पर पाकिस्तान के कटाक्ष का जवाब देते हुए कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि, पाकिस्तान ने भारत पर एक बार फिर निराधार और गैर-जिम्मेदाराना आरोप लगाया गया है. और इसके लिए पाकिस्तान ने मानवाधिकार परिषद के मंच का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा की कश्मीर को लेकर लगातार पाकिस्तान भ्रम फैला रहा है.
पवन कुमार बाधे ने परिषद में यह भी कहा कि, पाकिस्तान की ओर से खतरनाक और घोषित आतकंवादियों को पेंशन दिया जाता रहा है. इसके अलावा वो अपने क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकियों को पनाह देने के लिए भी करता है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब पाकिस्तान को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाए. गौरतलब है कि यह बातें पवन कुमार बाधे ने पाकिस्तान के बयान के बाद अपने जबाव देने के अधिकार के तहत कही.
वहीं, पवन कुमार बाधे ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने के मामले को लेकर भी पाकिस्तान को लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि जबरन धर्मांतरण, विवाह और पाकिस्तान में रह रहे सिख, हिंदुओं सहित अन्य अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की आये दिन खबरें आती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, जबरन धर्म परिवर्तन तो पाकिस्तान में हर रोज की घटना हो गई है.
Posted by: Pritish Sahay