Loading election data...

Pakistan India News: पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ उगला जहर, कही ये बात

Pakistan India Relations: पाकिस्तान में ईंधन कंपनियों ने खुद के खत्म होने की चिंता जताई है. हालांकि, इन सभी चिंताओं से पाकिस्तान की जनता का ध्यान भटकाने के लिए पीएम शहबाज शरीफ ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है.

By Samir Kumar | February 5, 2023 12:59 PM

Pakistan India Relations: श्रीलंका के बाद अब पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद बदतर हालत में आ गई है. पाकिस्तान में ईंधन कंपनियों ने खुद के खत्म होने की चिंता जताई है. हालांकि, इन सभी चिंताओं से पाकिस्तान की जनता का ध्यान भटकाने के लिए पीएम शहबाज शरीफ ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है.

पाक के पीएम ने जारी किया संदेश

कश्मीर एकजुटता दिवस (Kashmir Solidarity Day) के बहाने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए एक संदेश जारी किया. डॉन के मुताबिक, पीएम शहबाज ने कहा है कि भारतीय कब्जेवाली ताकतों द्वारा फैलाया गया कोई भी राज्य आतंकवाद, कश्मीरियों की इच्छा को नहीं तोड़ सकता है या उनके वैध संघर्ष को कमजोर नहीं कर सकता है. दरअसल, 5 फरवरी को पाकिस्तान कश्मीर में हुए हिन्दुओं के नरसंहार को जस्टिफाई करने के लिए कश्मीर एकजुटता दिवस मनाता है. पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहबाज सरकार अपनी आर्थिक हालत सुधारने के बजाय ज्यादा ध्यान कश्मीर पर ही रखे हुए है. भारत के खिलाफ फैलाये जा रहे प्रोपेगेंडा के लिए शहबाज (Pak PM Shehbaz Sharif) पैसे को पानी की तरह बहा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर पर IOC संपर्क समूह की अनौपचारिक बैठक

संयुक्त राष्ट्र में जम्मू-कश्मीर पर ओआईसी (IOC) संपर्क समूह की एक अनौपचारिक बैठक हुई. जिसमें अजरबैजान, नाइजर, पाकिस्तान, सऊदी अरब और तुर्की शामिल हुए. यह बैठक पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम द्वारा बुलाई गई थी. पाकिस्तान मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने कहा कि भारत के बड़े पैमाने पर दमन के बावजूद कश्मीरी आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए अपना वीरतापूर्ण संघर्ष जारी रखे हुए हैं. इसके अलावा, ओआईसी सदस्य देशों के राजदूतों ने कश्मीर एकजुटता दिवस को भी याद किया.

Also Read: Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में बर्बादी की कागार पर तेल कंपनियां, IMF से मिलेगी मदद?

Next Article

Exit mobile version