Pakistan News: इमरान ने की भारत की जमकर तारीफ, कहा- हिन्दुस्तान के खिलाफ बोलने की जुर्रत किसी में नहीं
Pakistan Political Crisis Updates: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में दौरान एक बार फिर भारतीय विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान एक खुद्दार देश है.
Pakistan Political Crisis Updates: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में दौरान एक बार फिर भारतीय विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान एक खुद्दार देश है. इमरान खान ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ये सोशल मीडिया का दौर है और यहां बोलियां लगाकर सांसद बिक रहे हैं. सियासी संकट का सामना कर रहे पाक के पीएम इमरान खान ने कहा मुल्क में बच्चा-बच्चा सांसदों के रेट जानता है. उन्होंने कहा कि भेड़ बकरियों की तरह सांसद बिकने का सिलसिला बहुत पहले शुरू हुआ था.
खुलेआम हो रही हॉर्स ट्रेडिंग
राष्ट्र को संबोधन के दौरान पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि मुझे इस बात का अफसोस हुआ कि खुलेआम हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है. राजनेताओं के जमीर खरीदे जा रहे हैं. उन्हें होटल में भेड़-बकरियों की तरह बंद किया जा रहा है और उनकी कीमतें लगाई जा रही हैं. प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम इसे देखता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके एक सरकार को गिराता है. ये इतना गंभीर आरोप था कि मैं चाहता था कि इसकी जांच हो. मुझे थोड़ी से मायूसी हुई, क्योंकि ये इतना बड़ा मुद्दा है और इसमें सुप्रीम कोर्ट में कोई बात नहीं हुई.
कौम को खुद बचाना होगा लोकतंत्र
इमरान खान ने पाकिस्तान के नाम संबोधन में कहा कि कौम को खुद लोकतंत्र बचाना होगा.उन्होंने कहा कि मैं किसी की कठपुतली नहीं बन सकता. पाकिस्तान के लोकतंत्र का मजाक बन गया है. इमरान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हूं. उन्होंने कहा कि हमने तीन सिद्धांतों पर पार्टी बनाई थी.
इमरान ने भारतीय विदेश नीति को सराहा
अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भावुक होते हुए भारतीय विदेश नीति की भी तारीफ की है. उन्होंने कहा कि भारत एक खुद्दार देश है और वहां किसी की हिम्मत नहीं है कि सरकार के साथ ऐसा करे. इमरान ने कहा कि भारत की विदेश नीति जोरदार है. जब पूरी दुनिया रूस पर पाबंदियां लगा रही है, तब भारत ने उनसे तेल खरीदने का निर्णय लिया है. लेकिन, किसी की हिम्मत नहीं है कि भारत की ओर आंख उठा कर देख सके.