Pakistan Political Crisis: इमरान बोले- सत्ता परिवर्तन की विदेशी साजिश के खिलाफ फिर शुरू हुई आजादी की जंग
Pakistan Political Crisis नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद सत्ता खोने वाले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि यह हमेशा देश के लोग होते हैं, जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं.
Pakistan Political Crisis नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद सत्ता खोने वाले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बड़ा बयान दिया है. पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश बना. लेकिन, स्वतंत्रता संग्राम सत्ता परिवर्तन की एक विदेशी साजिश के खिलाफ आज फिर से शुरू हुआ है. इमरान ने कहा कि यह हमेशा देश के लोग होते हैं, जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं.
पाकिस्तान में फिर से शुरू हुई आजादी की लड़ाई : इमरान
बता दें कि पाकिस्तान में कई दिनों से जारी सियासी के बीच आखिरकार शनिवार देर रात इमरान खान की कुर्सी चली गई. दरअसल, अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े, जबकि विरोध में एक भी वोट नहीं डला. इन सबके बीच अविश्वास प्रस्ताव में हारने और पीएम की कुर्सी गंवाने के बाद इमरान खान ने (Imran Khan Tweet) ट्वीट कर पहली प्रतिक्रिया दी है. इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि आजादी की लड़ाई फिर से शुरू हो गई है.
Pakistan became an independent state in 1947; but the freedom struggle begins again today against a foreign conspiracy of regime change. It is always the people of the country who defend their sovereignty & democracy.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 10, 2022
शहबाज शरीफ ने खुद को पीएम पद के लिए किया नामित
सियासी उठापटक के बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने रविवार को खुद को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया. एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक नेशनल असेंबली द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर 70 वर्षीय शहबाज ने सदन के नए नेता के लिए नामांकन पत्र जमा किया. पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता ख्वाजा आसिफ और राणा तनवीर शहबाज के अनुमोदक के तौर पर काम करेंगे.
इमरान की पार्टी ने शाह महमूद कुरैशी को बनाया उम्मीदवार
वहीं, पूर्व सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) ने पीएम पद के लिए 65 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को अपना उम्मीदवार बनाया है. नेशनल असेंबली सचिवालय ने इससे पहले सदन के नेता और प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा करने और जांच को लेकर कार्यक्रम की घोषणा की थी.