इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का शहीद बताया है. उन्होंने अपने एक बयान में संसद में कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में आकर ओसामा बिन लादेन को शहीद कर दिया. इससे पहले पाकिस्तान को बताना भी उचित नहीं समझा. इस घटना के बाद पूरी दुनिया में पाकिस्तान की काफी बेइज्जती हुई है.
इमरान का बयान ऐसे समय में आया है जब अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान पर आतंकियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाने के आरोप लग रहे हैं. पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को पनाह देने के भी आरोप लग रहे हैं. अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दुनिया के कई बड़े देशों में आतंकी हमले करने वाले अलकायदा के सरगना को शहीद बताया है.
आज संसद में इमरान खान ने अमेरिका पर जमकर भड़ास निकाला. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को उस समय अमेरिका का साथ नहीं देना चाहिए था. खान ने कहा कि अमेरिकी फोर्सेज ने पाकिस्तान को बिना बताये यहां घुसकर ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ कर दिया. इसके बाद पूरी दुनिया पाकिस्तान की ही बेइज्जती करने लगी.
बता दें कि जम्मू कश्मीर में भी सीमा पार से पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ करवाता रहता है. लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को पाकिस्तान फंडिंग करता है और अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत भी दे रखी है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के आतंकवाद प्रेम का मामला कई बार उठाया है. भारत में हुए ज्यादातर आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं.
पाकिस्तान ने अमेरिकी विदेश विभाग की उस रिपोर्ट को गुरुवार को खारिज कर दिया जिसमें उसे क्षेत्रीय आतंकवादियों के लिए ‘पनाहगाह’ बताया गया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी ‘कांग्रेसशनल – मेनडेटेड 2019 कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म’ में बुधवार को कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय आतंकवादी समूहों के लिए ‘पनाहगाह’ बना हुआ है और देश को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता 2019 में स्थगित रही.
रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान एक संप्रभु राज्य के रूप में अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह वाकिफ है. हम पनाहगाह को लेकर किसी आक्षेप को खारिज करते हैं. पाकिस्तान किसी भी देश के खिलाफ किसी भी समूह या संस्था को अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं करने देगा. उसने कहा कि रिपोर्ट अपने आप में विरोधाभासी है और आतंकवाद और उसका वित्तपोषण रोकने के लिए पाकिस्तान की कोशिशों की उपेक्षा करती है.
यूएनएससी 1267 प्रतिबंध के तहत जैश ए मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर को पिछले साल मई में वैश्विक आतंकवादी की सूची में डाला गया था. ऐसा पहली बार नहीं है तब इमरान खान आतंकवादियों के सपोर्ट में बोल रहे हैं. पूर्व में भी उन्होंने तालिबानी कट्टरपंथियों को अपना भाई बताया था. कई मौके पर ओसामा बिन लादेन को आतंकवादी मामने से उन्होंने इनकार किया है. तालिबानी लड़ाकों पर ड्रोन से हमले की इमरान बड़ी निंदा भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा भी था कि अगर उनपर ड्रोन से हमले बंद हो जाए तो कोई भी गतिविधि नहीं होगी.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.