वैश्विक आतंकवाद वित्तपोषण निगरानी संस्था(FATF) की ग्रे लिस्ट यानी संदिग्ध सूची में पाकिस्तान अभी बना रहेगा. यह जानकारी एफएटीएफ के अध्यक्ष मार्कस प्लेयर ने दी. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने बड़े पैमाने पर संदिग्ध सूची में शामिल कार्यों को किया है. खासकर मनी लाॅड्रिंग से जुड़े मामलों में उसकी सक्रियता साफ दिखती है.
एफएटीएफ के अध्यक्ष मार्कस ने मॉरीशस और बोत्सवाना को ग्रे लिस्ट से हटाए जाने पर बधाई दी. उन्होंने कहा एफएटीएफ एपीजी, ईएजी और ग्लोबल नेटवर्क के साथ मिलकर अफगानिस्तान की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है.
Pakistan remains under increased monitoring (grey list). Its govt has the 34-point action plan of which 30 items have been addressed: Financial Action Task Force pic.twitter.com/fSrAfPuZPX
— ANI (@ANI) October 21, 2021
अफगानिस्तान में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के मामलों पर बारीक नजर रखी जा रही है. एफएटीएफ ने इस बात पर चिंता जतायी कि अफगानिस्तान को आतंकवाद का अड्डा बनाया जा सकता है. यहां आतंकवाद को पोषित किये जाने की पूरी संभावना है.
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एफएटीएफ के अध्यक्ष मार्कस ने बताया कि तीन देश जॉर्डन, माली और तुर्की FATF के साथ एक कार्य योजना पर सहमत हुए हैं, जो विश्व में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों पर लगाम कसेगा.
Posted By : Rajneesh Anand