भारत ने फिर बचाई पाकिस्तानी छात्रा की जान, PM मोदी की मुरीद हुई अस्मा शफीक, वीडियो पोस्ट कर जताया आभार
पाकिस्तान की रहने वाली एक लड़की अस्मा शफीक ने भी भारतीय दूतावास की मदद से यूक्रेन से सुरक्षित वापसी की राह पर हैं. अपने देश पाकिस्तान पहुंचने की राह में अस्मा ने निकासी के लिए भारत और पीएम मोदी का आभार जताया है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपना आभार जताया है.
Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों नागरिकों समेत अन्य देशों के लोगों को भी वहां से बाहर निकालने में भारत अहम भूमिका निभा रहा है. मोदी सरकार ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत यूक्रेन में फंसे करीब-करीब सभी भारतीय लोगों को निकाल चुकी है. इसकी कड़ी में कई पाकिस्तानी नागरिक भी कीव स्थित भारतीय दूतावास की सहायता से अपने देश लौट पा रहे हैं. इसके लिए ये लोग भारत और पीएम मोदी का आभार भी जता रहे हैं.
इसी सिलसिले में, पाकिस्तान की रहने वाली एक लड़की अस्मा शफीक ने भी भारतीय दूतावास की मदद से यूक्रेन से सुरक्षित वापसी की राह पर हैं. अपने देश पाकिस्तान पहुंचने की राह में अस्मा ने निकासी के लिए भारत और पीएम मोदी का आभार जताया है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपना आभार जताया है. आप भी सुनिए अस्मा ने क्या कहा…
#WATCH पाकिस्तान की अस्मा शफीक ने कीव में भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री मोदी को उन्हें निकालने के लिए धन्यवाद दिया।
अस्मा शफीक को भारतीय अधिकारियों द्वारा बचाया गया, जो अभी यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते में है: सूत्र pic.twitter.com/ATWvWbFvDP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2022
पाकिस्तान की रहने वाली अस्मा शफीक ने कहा कि, वो कीव स्थित भारतीय दूतावास की बहुत शुक्रगुजार है, उसने कहा कि भारतीय दुतावास से उसे सभी तरह की मदद दी गई. अस्मा ने कहा कि नो यहां बहुत कठिन परिस्थिति में फंस गए थीं. अस्मा ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) का धन्यवाद अदा किया है. उसने कहा की भारत की बदौलत ही उसे यूक्रेन से निकलने में मदद मिला. उसने कहा कि भारतीय दूतावास की बदौलत हम घर सुरक्षित जा रहे हैं. थैंक्यू.
गौरतलब है कि ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे लगभग सभी भारतीय को निकाल लिया गया है. बीते दिन मंगलवार को सूमी में फंसे सभी 694 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बताया कि सभी छात्र सूमी से पोलतावा शहर पहुंचेंगे. फिर यहां से वे ट्रेन से पश्चिमी यूक्रेन के लिए रवाना होंगे. इसके बाद इन छात्रों को ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत भारत वापस लाया जायेगा. सूमी राजधानी कीव से 350 किमी दूर है. बता दें, बीते सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस व यूक्रेन के राष्ट्रपति से छात्रों की निकासी पर चर्चा की थी.
Posted by: Pritish Sahay