Pandemic Drone भीड़ में भी जांच लेगा Coronavirus के लक्षण, जानें क्यों इतनी खराब हुई अमेरिका की स्थिति
Pandemic drone detect fevers in crowd अमेरिका के कनेक्टिकट शहर की पुलिस ने एक ऐसा एपिडेमिक (महामारी) ड्रोन बनाया है जो भीड़ में भी लोगों में कोरोना के लक्षण की जांच कर लेगा. यह ड्रोन लोगों को खांसने, छींकने और थूकने पर भी नजर रखेगा.
अमेरिका के कनेक्टिकट शहर की पुलिस ने एक ऐसा एपिडेमिक (महामारी) ड्रोन बनाया है जो भीड़ में भी लोगों में कोरोना के लक्षण की जांच कर लेगा. यह ड्रोन लोगों को खांसने, छींकने और थूकने पर भी नजर रखेगा.
ड्रोन शहर की भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, पार्क और जुलूस-प्रदर्शन में मौजूद लोगों पर नजर रखेगा और किसी भी संदिग्ध की सूचना तुरंत पुलिस हेडक्वार्टर को देगा. इसके बाद पुलिस अपने डेटाबेस से संबंधित व्यक्ति की पहचान करेगी और जांच के लिए अस्पताल में भर्ती करायेगी. ड्रोन लोगों का हार्ट रेट, सांस लेने की गति, क्रियाकलाप और तापमान को भी नोट करेगा. पुलिस का मानना है कि इससे उन्हें कोरोना पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.
बता दें कि अमेरिका के विभिन्न राज्यों पर लॉकडाउन हटाने का भारी दबाव है. राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही घोषण कर चुके हैं कि जल्द ही अमेरिकी लॉकडाउन से मुक्त हो जायेंगे. बावजूद इसके कि पूरी दुनिया में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका ही है.
Also Read: Aaj Ka Rashifal | 23 April | Aries to Pisces | जानें किन राशि के जातकों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन अमेरिका की यह स्थिति होने के पीछे क्या है मुख्य कारण19 जनवरी को अमेरिका के वाशिंगटन में कोरोना का पहला मामला सामने आया. फिर धीरे-धीरे बढ़ने लगा. लेकिन अमेरिकी प्रशासन ने इसे नजरअंदाज कर दिया. हालांकि, 22 मार्च को राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे Major Disaster घोषित किया. जिसके बाद गवर्नर ने लोगों को घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी. फिलहाल 4 मई तक यह प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है.
Also Read: Ramadan 2020 Date: कब से है रमजान, जानें कब रखना पड़ सकता है सबसे लंबा रोजा?आपको बता दें कि अमेरिका ने अपने यहां विदेशों से आने वाले विमानों को रोकने में काफी देर की. राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से लगातार ये कहा जाता रहा कि प्रशासन इस पर काबू पा लेगा और इसकी वजह से अमेरिकियों को कोई खतरा नहीं है.
इस वायरस के रोकथाम पर ध्यान देने की बजाए राष्ट्रपति ट्रंप डब्ल्यूएचओ से भिड़ गए और उनकी फंडिंग रोकने का फैसला ले लिया. इसके बाद चीन पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहें. जबकि उस वक्त उन्हें केवल रोकथाम पर कार्य करना चाहिए था, जैसा भारत ने किया.
Also Read: 23 April: झारखंड में नहीं थम रहा Corona का कहर, जानें 6th JPSC Result को लेकर अखबार में क्या है खास अभी क्या है यहां की स्थितिकोरोना महासंकट का सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर ही हुआ है. यहां मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पिछले 24 घंटे में यहां 2700 लोगों की मौत हो गई है. विशेषज्ञों की मानें अमेरिका में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 8 लाख से अधिक हो गए हैं. यहां अब तक 44000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.