प्रकृति के साथ शांति 21वीं सदी का निर्णायक कार्य, हर जगह, सभी के लिए होनी चाहिए सर्वोच्च प्राथमिकता : संयुक्त राष्ट्र
नयी दिल्ली : कोविड-19 से निबटने के लिए उठाये जा रहे उपायों और निजात पाने तरीके पर मुख्य रूप से केंद्रित संयुक्त राष्ट्र महासभा का दो दिन का विशेष अधिवेशन शुरू हो गया है. मालूम हो कि इस कोरोना महामारी से अब तक दस लाख से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. अर्थव्यवस्थाएं तबाह हो गयी हैं.
नयी दिल्ली : कोविड-19 से निबटने के लिए उठाये जा रहे उपायों और निजात पाने तरीके पर मुख्य रूप से केंद्रित संयुक्त राष्ट्र महासभा का दो दिन का विशेष अधिवेशन शुरू हो गया है. मालूम हो कि इस कोरोना महामारी से अब तक दस लाख से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. अर्थव्यवस्थाएं तबाह हो गयी हैं.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि ”प्रकृति के साथ शांति बनाना 21वीं सदी का निर्णायक कार्य है. यह हर जगह, सभी के लिए सर्वोच्च, सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.” मालूम हो कि इससे पहले महासभा अध्यक्ष वॉल्कान बोजकिर ने कहा था कि यह अधिवेशन कोविड-19 को हराने के लिए हम सबको एक साथ आने का ऐतिहासिक मौका प्रदान करेगा.
"Making peace with nature is the defining task of the 21st century.
It must be the top, top priority for everyone, everywhere."— @antonioguterres spoke about the need for urgent #ClimateAction at @Columbia. See highlights in our @TwitterMoments:https://t.co/xXxNVBXL15
— United Nations (@UN) December 3, 2020
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए वर्तमान में जब कई वैक्सीन परीक्षण के अंतिम दौर में हैं और दुनिया भर में स्वस्थ होने के प्रयासों में अरबों डॉलर खर्च किये जा रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पास इसमें सहयोग का एक अनोखा अवसर है.
पाकिस्तान का उठाया मुद्दा
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘शांति की संस्कृति’ सत्र को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के पहले मिशन के स्थायी सचिव आशीष शर्मा ने सीमार पार से आतंकवाद का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के धर्मों के प्रति ‘घृणा की मौजूदा संस्कृति’ को छोड़ दे.
साथ ही कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के धर्मों के प्रति घृणा की वर्तमान संस्कृति छोड़ दे और हमारे लोगों के खिलाफ सीमापार आतंकवाद को समर्थन देना बंद कर दे, तो दक्षिण एशिया और अन्यत्र भी हम शांति की सच्ची संस्कृति के लिए कोशिश कर सकते हैं.
संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिवेशन के पहले दिन महासभा के अध्यक्ष बोजकिर और संयुक्त राष्ट्रीय महासचिव अंतोनियो गुतारेस के संबोधन सहित सदस्य देशों के नेताओं और मंत्रियों के रिकॉर्ड किये गये संबोधन होंगे. वहीं, दूसरा दिन वर्चुअल पैनल पर केंद्रित होगा. पहला पैनल कोविड-19 से निबटने में संयुक्त राष्ट्र के प्रयास और दूसरा वैक्सीन पर केंद्रित होगा.