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अमेरिका से हुई भारी चूक
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एयरस्ट्राइक में मारे गये थे निर्दोष
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अमेरिका ने मानी गलती, मांगी माफी
Drone Attack: अमेरिकी ड्रोन हमले में आतंकी नहीं निर्दोष नागिरक मारे गये थे. ड्रोन हमले में अमेरिका से बहुत बड़ी भूल हुई है. और अब अमेरिका ने ये बात मान ली है. अमेरिका रक्षा मंत्री ने इस घटना के लिए माफी भी मांगी है. बता दें, अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे और अमेरिका के काबुल छोड़ने के दौरान एयपरपोर्ट पर फियादन हमला हुआ था. जिसमें 2 सौ लोगों के साथ 13 अमेरिकी भी मारे गये थे. उसी का बदले लेने के लिए अमेरिका ने ड्रोन हमला किया था.
अमेरिका ने किया था ड्रोन से हमला: दरअसल काबुल हमले के बाद आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. जिसके बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में आईएस आतंकियों के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया था. अमेरिका ने एयरस्ट्राइक के बाद दावा किया था कि मास्टमाइंड समेत 10 आतंकी मारे गये हैं. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में अमेरिकी दावे से इतर बताया जा रहा था कि हमले में निर्देश लोग मारे गये है.
अमेरिकी हमले में हुई भारी चूक: अब अमेरिका ने भी मान लिया है कि अमेरिकी हमले में भारी चूक हुई है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस चूक के लिए माफी मांगी है. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ड्रोन हमले के लिए माफी मांगते हुए ड्रोन हमले में मारे गए लोगों और पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई है. बता दें, 29 अगस्त को किये गये ड्रोन हमले में 7 बच्चों सहित 10 नागरिकों की मौत हो गई थी.
यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड ने की थी मामले की जांच: यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड ने इस मामले की जांच की है जिसमें यह सामने आया है कि, हमले में एक एक परिवार के 10 सदस्यों की मौत हो गई थी. जांच में यह भी बताया गया है कि, अमेरिीक सुरक्षा बल जिस चीज को विस्पोटक समझ रहे थे, वो दरअसल पानी के पानी के कंटेनर थे.
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Posted by: Pritish Sahay