ओटावा : कनाडा में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है. इन विरोध-प्रदर्शनों को रोकने के लिए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं. कनाडा सरकार के प्रतिबंधों के खिलाफ लगातार किए जा रहे प्रदर्शनों को रोकने के लिए पिछले 50 सालों में पहली बार इमरजेंसी लागू किया गया है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने कोरोना प्रतिबंधों के विरोध में ओटावा को पंगु बनाने वाले और सीमा पार यातायात को बाधित करने वाले ट्रक ड्राइवरों और अन्य लोगों के प्रदर्शन से निपटने के लिए इमरजेंसी एक्ट का इस्तेमाल किया है. ट्रुडो ने सेना का इस्तेमाल करने की संभावना से इनकार किया. उन्होंने कहा कि आपातकालीन कदम निश्चित समय सीमा के लिए उठाए जाएंगे, भौगोलिक आधार पर लागू किए जाएंगे और जिस खतरे से निपटने के लिए उन्हें लागू किया गया है, वे उसके अनुपात में एवं तार्किक तरीके से लागू किए जाएंगे.
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सेना बुलाने की अपील को अब तक खारिज करते आए हैं. बहरहाल उन्होंने यह कहा था कि अन्य सभी विकल्पों पर गौर किया गया है. ट्रकों और अन्य वाहनों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने ओटावा की सड़कों को पिछले दो सप्ताह से बाधित कर रखा है. ये प्रदर्शनकारी कोरोना टीका लगवाने की अनिवार्यता और महामारी के कारण लागू अन्य प्रतिबंधों का विरोध कर रहे हैं.
इतना ही नहीं, ट्रकों के काफिले ने ओंटारियो में विंडसर को अमेरिकी शहर डेट्रॉइट से जोड़ने वाले एम्बेसडर ब्रिज को जाम कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच ऑटो पार्ट्स तथा अन्य उत्पादों का आयात-निर्यात बाधित हो गया है. पार्लियामेंट हिल पर एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रूडो ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की कानून प्रवर्तन की क्षमता के लिए गंभीर चुनौतियां हैं. उपाय भौगोलिक रूप से लक्षित होंगे और उन खतरों के लिए उचित और आनुपातिक होंगे, जिन्हें दूर या खत्म करने के लिए वे हैं.
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प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि यह इमरजेंसी एक्ट आरसीएमपी को जहां आवश्यक हो, नगर पालिका उपनियमों और प्रांतीय अपराधों को लागू करने में सक्षम करेगा. उन्होंने आगे कहा कि यह कदम कनाडाई लोगों को सुरक्षित रखने, लोगों की नौकरियों की रक्षा करने और हमारे संस्थानों में विश्वास बहाल करने को लेकर है.