बीजिंग : कोरोना वायरस महामारी को लेकर गुरुवार को जी-20 के आपातकालीन बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नेताओं से मानव जीवन पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाने का आग्रह किया. उन्होंने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की कठिनाइयों को कम करने की योजना बनाने का भी आग्रह किया. उन्होंने वैश्विक नेताओं से मानव जीवन बचाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया. इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल भी मौजूद रहे. यह फोरम वित्तीय और आर्थिक मुद्दों को संबोधित करने का एक मंच बन गया है.
कोरोना वायरस के खिलाफ शी जिनपिंग ने की की World War छेड़ने की अपील : वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ पूरी तरह वैश्विक जंग छेड़ने की अपील की है. कोविड-19 पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जी-20 की आपात शिखरवार्ता को संबोधित करते हुए शी ने कहा कि महामारी के खिलाफ वैश्विक युद्ध लड़ने में दुनिया को दृढ़संकल्पित होना होगा. उन्होंने कहा कि यह वायरस कोई सरहद नहीं देखता. जिस खतरे से हम लड़ रहे हैं, वह हमारा साझा शत्रु है. सभी को नियंत्रण और उपचार के लिए मजबूत से मजबूत ग्लोबल नेटवर्क को तैयार करने की खातिर मिलकर काम करना होगा, जो दुनिया ने कभी नहीं देखा.
सऊदी अरब ने प्रभावी और समन्वित कार्रवाई करने की मांग की : इससे पहले, सऊदी अरब के शाह सलमान ने गुरुवार को जी-20 के नेताओं से आग्रह किया कि वे कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न वैश्विक संकट से निपटने के लिए प्रभावी और समन्वित कार्रवाई करें. इसके साथ ही, उन्होंने विकासशील देशों की मदद करने का भी आह्वान किया. उन्होंने अपने आरंभिक संबोधन में कहा कि हमें इस वैश्विक महामारी के मद्देनजर प्रभावी और समन्वित कार्रवाई करनी होगी तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था में विश्वास बहाल करना होगा. उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम विकासशील देशों और कम विकसित देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं, ताकि उनकी क्षमताओं का निर्माण हो सके और वे इस संकट और इसके नतीजों का मुकाबला करने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को बेहतर बना सकें.