प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से शोक जताने के लिए मंगलवार को संक्षिप्त यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचे. यूएई के मौजूदा राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan) ने प्रधानमंत्री मोदी की यहां हवाई अड्डा पर अगवानी की. पीएम मोदी को देखते ही राष्ट्रपति नाहयान ने गले लगाकर जोरदार स्वागत किया. मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यहां पहुंचे थे, जिसके बाद वह देर शाम यूएई से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
प्रधानमंत्री ने जर्मनी में शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण एवं समृद्धि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की आयु में 13 मई को निधन हो गया था. मोदी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए उन्हें एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता बताया था जिनके नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध समृद्ध हुए. भारत ने शेख खलीफा के निधन के बाद एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी.
यूएई के नए राष्ट्रपति और अबू धाबी शासक के रूप में चुने जाने के बाद नाहयान के साथ पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात है. विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया था कि इस यात्रा के दौरान सुरक्षा, शिक्षा, निवेश और उर्जा को लेकर चर्चा होगी. उन्होंने कहा, भारत और यूएई के बीच ऊर्जा सुरक्षा महत्वपूर्ण स्तंभ है. हाालंकि, भारत और यूएई के रिश्ते पिछले कई सालों से काफी बेहतर हैं. बता दें कि यूएई एकमात्र ऐसा इस्लामिक देश है जिसने भारत में निवेश को बढ़ाया है.
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विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूएई 2019-20 में चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था. वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 16 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ संयुक्त अरब अमीरात (अमेरिका और चीन के बाद) भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य था. भारत के करीब 34 लाख प्रवासी संयुक्त अरब अमीरात में रहते हैं और वे यहां के सबसे बड़े समुदाय हैं और उनकी संख्या देश की आबादी का करीब 35 प्रतिशत है.