इजरायल में पिछले 500 दिनों से अधिक समय से जारी राजनीतिक संकट खत्म हो गया है. बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. बेंजामिनव नेत्नयाहू के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गठबंधन सरकार के गठन पर बधाई दी थी. मोदी ने हिब्रू और अंग्रेजी भाषा में ट्वीट किया था, “मेरे मित्र नेतन्याहू को इजरायल में पांचवीं बार सरकार बनाने की बधाई.” साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इजरायल में कई महीने की राजनीतिक अनिश्चितता के दौर के बाद गठबंधन की सरकार बन गयी. उन्होंने कहा, “मैं आपको और बेनी गैंट्ज को शुभकामनाएं देता हूं तथा भारत-इजरायल की रणनीतिक साझेदारी और मजबूत करने के लिए आपकी सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए आशान्वित हूं..
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई संदेश देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं. नेतन्याहू ने मोदी के बधाई संदेश पर जवाब देते हुए ट्वीट किया, ‘मेरे प्रिय मित्र भारत के प्रधानमंत्री आपका धन्यवाद. हम दोनों देशों के महत्वपूर्ण संबंधों को मजबूती देना जारी रखेंगे.
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बता दे कि इजरायल में एक साल में हुए तीन चुनाव के बाद ने रविवार को गठबंधन की सरकार बनी है. पूर्व सेना प्रमुख बेनी गांट्ज और नेतन्याहू 18-18 महीने के लिए प्रधानमंत्री रहेंगे. गठबंधन के समझौते के तहत सत्ता की साझीदारी पर बनी सहमति के मुताबिक नई सरकार में 18 महीने बाद नेतन्याहू पद छोड़ देंगे और 17 नवंबर 2021 को गांट्ज प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे. गांट्ज ने रक्षा मंत्री और वैकल्पिक प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. बेनी गांट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी को गठबंधन सरकार में 15 मंत्रालय मिले हैं. इसके अलावा विदेश, न्याय, संस्कृति जैसे मंत्रालय ब्लू एंड व्हाइट पार्टी को मिले हैं.
रविवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए अपने संबोधन में नेतन्याहू ने कहा कि देश को एक और चुनाव से बचाने के लिए गठबंधन की सरकार बनाने का फैसला किया है. क्योंकि चनाव में बहुत पैसे खर्च होते हैं. पिछले तीन बार के चुनावी नतीजों को देख कर लगने लगा था कि जनता भी शायद यही चाहती है.