जापान में बोले पीएम मोदी: समस्या कितनी ही बड़ी क्यों न हो, भारत उसका समाधान ढूंढ़ता है
PM Modi in Japan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान की राजधानी तोक्यो में सोमवार (23 मई 2022) को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए भारत के सामर्थ्य और जापान के साथ साझेदारी पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि समस्या कितनी ही बड़ी क्यों न हो, भारत उसका समाधान ढूंढ़ता है.
PM Modi in Japan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान की राजधानी तोक्यो में सोमवार (23 मई 2022) को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए भारत के सामर्थ्य और जापान के साथ साझेदारी पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि समस्या कितनी ही बड़ी क्यों न हो, भारत उसका समाधान ढूंढ़ता है. जब पूरी दुनिया में कोरोना फैला, तो हमने न केवल वैक्सीन बनायी, बल्कि मेड इन इंडिया वैक्सीन 100 से अधिक देशों को लगायी गयी.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश कर रहा भारत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश कर रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आशा बहनों को ग्लोबल हेल्थ अवार्ड से सम्मानित किया है. भारत की लाखों आशा बहनें मैटरनल केयर से लेकर वैक्सीनेशन तक, पोषण से लेकर स्वच्छता तक, देश को निरंतर गति दे रही हैं.
प्राकृतिक आपदा से निपटने की जापान ने क्षमता बना ली
पीएम मोदी ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के दुष्प्रभावों को जापान के लोगों से बेहतर कौन समझता है. प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की जापान ने क्षमता भी बना ली. जिस तरह जापान के लोगों ने इन चुनौतियों का सामना किया है, हर समस्या से कुछ न कुछ सीखा है, उसका समाधान खोजा है. व्यवसाय भी विकसित की है और व्यक्तियों का उसी तरह से संस्कार भी विकसित किया है.
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ग्रीन हाइड्रोजन को कार्बन का विकल्प बनाने पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा दिया जा रहा है. ग्रीन हाइड्रोजन को कार्बन का विकल्प बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा. बायो-फ्यूल से जुड़ी रिसर्च और इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर बड़े स्केल पर काम चल रहा है. भारत ने इस दशक के अंत तक अपने टोटल इंस्टॉल पावर कैपिसिटी का 50 फीसदी नॉन फॉसिल फ्यूल से पूरा करने का संकल्प लिया है.
समस्याओं के समाधान में दिख रहा भारतीयों का आत्मविश्वास
समस्याओं के समाधान को लेकर भारतीयों का जो आत्मविश्वास है, ये आज हर क्षेत्र में, हर दिशा में, हर कदम पर दिखाई दे रहा है. ग्लोबल सप्लाई चेन को जिस तरह बीते दो सालों में नुकसान पहुंचा है, पूरी सप्लाई चेन सवालिया निशान में घिरी हुई है. आज सारी दुनिया के लिए यह अपने आप में एक बहुत बड़ा संकट बना हुआ है. भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए हम आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं. आत्मनिर्भरता का हमारा ये संकल्प सिर्फ भारत के लिए है, ऐसा नहीं है. यह एक स्टेबल, ट्रस्टेड ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए भी बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट है.
भारत जिस स्पीड और स्केल पर काम कर रहा है, वह अभूतपूर्व
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया को एहसास हो रहा है कि जिस स्पीड और स्केल पर भारत काम कर सकता है, वह अभूतपूर्व है. दुनिया को आज ये भी दिख रहा है कि जिस स्केल पर भारत अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंस्टीट्यूशनल कैपासिटी बिल्डिंग पर जोर दे रहा है, वह अभूतपूर्व है. इसमें जापान एक अहम भागीदार है. मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर हो, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भारत-जापान सहयोग के बहुत बड़े उदाहरण हैं.
भारत में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं वोट कर रही हैं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के चुनावों को देखते होंगे, तो ध्यान आता होगा, कि पुरुषों से ज्यादा महिलाएं वोट कर रही हैं. ये इस बात का प्रमाण हैं कि भारत में डेमोक्रेसी सामान्य नागरिकों के हक के प्रति कितनी सजग, समर्पित है और हर नागरिक को कितना सामर्थ्यवान बनाती है. मूल सुविधाओं के साथ-साथ भारत के एस्पिरेशंस को नया आयाम दे रहे हैं. लीकेज प्रूफ गवर्नेंस दे रहे हैं.
स्वामी विवेकानंद ने की थी जापान की प्रशंसा
पीएम मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जब अपने ऐतिहासिक संबोधन के लिए शिकागो जा रहे थे, उससे पहले वह जापान आये थे. जापान ने उनके मन-मस्तिष्क पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा. जापान के लोगों की देशभक्ति, जापान के लोगों का आत्मविश्वास, यहां का अनुशासन, स्वच्छता के लिए जापान के लोगों की जागरूकता की विवेकानंद ने इसकी खुलकर प्रशंसा की.
गुरुदेव ने जापान को एक साथ प्राचीन और आधुनिक बताया
गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि जापान एक ऐसा देश है, जो एक साथ प्राचीन भी है और आधुनिक भी है. उन्होंने कहा था कि जापान कमल के फूल की तरह जितनी अपनी जड़ों से जुड़ा है, उसी तरह ऊपर भी हर तरफ सुंदरता को बिखेरता है.
पीएम मोदी ने भारत-जापान संबंधों को इस तरह से किया परिभाषित
हमारे महापुरुषों की ऐसी ही पवित्रता हमारे संबंधों की गहराई को स्पष्ट करते हैं. हमारे राजनयिक संबंधों को 70 साल होने जा रहे हैं. भारत और जापान नेचुरल पार्टनर हैं. भारत के विकास में जापान की महत्वपूर्ण भूमिका रही. जापान से हमारा रिश्ता आत्मीयता का है. अध्यात्म का है. जापान से हमारा रिश्ता सहयोग का है. अपनेपन का है. इसलिए एक प्रकार से हमारा रिश्ता सामर्थ्य का है. सम्मान का है. ये रिश्ता विश्व के लिए साझे संकल्प का भी है. जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध का है. बोध का है. ज्ञान का है.