US-India relations: अमेरिका में PM मोदी की लोकप्रियता, 24000 से भी ज्यादा लोग उन्हें सुनने को उत्साहित
अगले महीने अमेरिका में एक बड़ा कार्यक्रम होने वाला है जिसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि मेमोरियल कॉलेजियम में लोगों के बैठने की क्षमता मात्र 15000 है जबकि भारतीय अमेरिकी समुदाय के लगभग 24000 से अधिक सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपना नाम दर्ज कराया है.
US-India relations: अगले महीने अमेरिका में एक बड़ा कार्यक्रम होने वाला है जिसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किया जाएगा. ‘मोदी और यूएस प्रोग्रेस टुगेदर’ नाम का यह कार्यक्रम 22 सितंबर को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में होने वाला है. न्यूयॉर्क के नासाउ वेटरैंस मेमोरियल कॉलेजियम में आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम एक बहुत बड़ा कार्यक्रम है जिसमें PM मोदी प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं.
यह भी पढ़ें NASA News: सुनीता विलियम्स की मां और पति ने तोड़ी चुप्पी, कह दी बड़ी बात
अमेरिका से कम से कम 42 राज्यों के भारतीय अमेरिकी इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं
बताया जा रहा है कि मेमोरियल कॉलेजियम में लोगों के बैठने की क्षमता मात्र 15000 है जबकि भारतीय अमेरिकी समुदाय के लगभग 24000 से अधिक सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपना नाम दर्ज कराया है. इंडो अमेरिकन कम्युनिटी का यूएस ने बताया है कि इतनी बड़ी तादाद में लोगों के रुचि लेने के कारण आयोजकों में उत्साह के साथ-साथ इस बात की भी चिंता है कि इस कार्यक्रम को कैसे संभाला जाए. पीएम मोदी 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करने भी जाएंगे. आईएसीयू ने बताया कि पूरे अमेरिका से कम से कम 42 राज्यों के भारतीय अमेरिकी इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं और सभी में मोदी को लेकर उत्साह है.
यह भी जानें
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में भाषण के अलावा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी. साथ ही उद्योग, विज्ञान, मनोरंजन तथा कल के क्षेत्र में प्रमुख भारतीय अमेरिकी इसमें भाग लेंगे. इस साल संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र की उच्च स्तरीय बैठक भी 24 से 30 सितंबर के बीच होने वाली है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी की गई सूची में वक्ताओं के रूप में भारत के प्रधानमंत्री मोदी का भी नाम प्रमुख रूप से बताया जा रहा है. भारत के राष्ट्र प्रमुख 26 सितंबर को इस उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित कर सकते हैं.
यह भी देखें