G7 शिखर सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- इस दशक में रेलवे को बनायेंगे ‘नेट जीरो’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘लोगों को धरती के अनुकूल बनना होगा. बेहतर भविष्य के लिए कदम उठाने होंगे. जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य पर जी7 के सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरित विकास, स्वच्छ ऊर्जा, सतत जीवनशैली और वैश्विक कल्याण के लिए भारत के प्रयासों को रेखांकित किया.’
PM Narendra Modi At G7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मलेन में जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत की प्रतिबद्धताओं के बारे में दुनिया को बताया. उन्होंने सोमवार को जर्मनी के एलमौ में आयोजित शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर प्रतिबद्धताओं के प्रति भारत का समर्पण इसके प्रदर्शन से स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित हवाई अड्डा है. इस दशक में भारत की विशाल रेल प्रणाली को ‘नेट जीरो’ बनाया जायेगा.
गरीब देश नहीं करते कार्बन उत्सर्जन- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक गलत धारणा है कि गरीब देश पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. लेकिन भारत का हजारों साल का इतिहास इस सच को झुठलाता है. प्राचीन काल में भारत बेहद समृद्ध देश था. उन्होंने कहा कि हमने सदियों की गुलामी झेली है. आज का आजाद भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. विश्व की कुल आबादी का 17 फीसदी हिस्सा भारत में रहता है. लेकिन, कार्बन उत्सर्जन में हमारी हिस्सेदारी सिर्फ 5 फीसदी है.
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9 साल पहले हासिल किया गैर-जीवाश्म स्रोतों से ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने समय से नौ साल पहले गैर-जीवाश्म स्रोतों से 40 प्रतिशत ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य हासिल किया. जी-7 के शिखर सम्मेलन के एक सत्र में सोमवार को हरित विकास, स्वच्छ ऊर्जा, सतत जीवनशैली और वैश्विक कल्याण के लिए भारत के प्रयासों को रेखांकित किया. जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए दो दिवसीय दौरे पर जर्मनी आये प्रधानमंत्री मोदी का स्कलॉस एलमौ में आगमन पर जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने अगवानी की.
There's a misconception that poor countries…cause more damage to environment. But India’s history of over 1000 yrs completely refutes this view. Ancient India has seen a time of immense prosperity: PM Modi at ‘Investing in a better Future: Climate, Energy, Health' session at G7 pic.twitter.com/Di6Nw5aIhq
— ANI (@ANI) June 27, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने किया ट्वीट
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘लोगों को धरती के अनुकूल बनना होगा. बेहतर भविष्य के लिए कदम उठाने होंगे. जलवायु, ऊर्जा और स्वास्थ्य पर जी-7 के सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरित विकास, स्वच्छ ऊर्जा, सतत जीवनशैली और वैश्विक कल्याण के लिए भारत के प्रयासों को रेखांकित किया.’ सम्मेलन की शुरुआत के पहले प्रधानमंत्री मोदी ने समूह फोटो के लिए एकत्र अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से हाथ मिलाये.
जुलाई में आई2यू2 में मिलेंगे मोदी और बाइडेन
मई में क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए जापान में मुलाकात के बाद मोदी और बाइडेन की यह पहली भेंट थी. दोनों नेताओं की जुलाई में डिजिटल तरीके से आयोजित होने वाले आई2यू2 सम्मेलन में भी भेंट होगी. चार देशों के आर्थिक मंच आई2यू2 में भारत, इस्राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका शामिल हैं. जी-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं. सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे जर्मनी ने अर्जेंटीना, भारत, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को आमंत्रित किया है. मोदी, जर्मन चांसलर शोल्ज के आमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए एलमौ पहुंचे हैं.