वेटिकन सिटी : पोप फ्रांसिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र के न्योते को स्वीकार कर लिया है. 22 साल बाद पहली बार ऐसा माहौल बना है कि किसी विदेशी धार्मिक गुरु भारत की ऐतिहासिक यात्रा करेंगे. हालांकि, वर्ष 2017 में भी पोप फ्रांसिस को भारत का दौरा करना था, लेकिन प्रतिकूल माहौल की वजह से उनकी यह यात्रा टल गई थी. वर्ष 1999 में पोप जॉन पॉल द्वितीय भारत आने वाले अंतिम पोप थे.
इस बात की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात बेहद गर्मजोशी भरी रही. उन्होंने उनके साथ कोरोना महामारी और जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्हें जल्द ही भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया है.
बता दें कि नरेंद्र मोदी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनसे फ्रांसिस ने 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की तस्वीरें को शेयर भी किया है. उन्होंने वेटिकन एपोस्टॉलिक पैलेस में पोप (84) के साथ हुई ऐतिहासिक बैठक के बाद ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पोप फ्रांसिस से मुलाकात बहुत गर्मजोशी भरी रही. उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला. उन्हें भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित भी किया.’
उधर दूसरी ओर, विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने वेटिकन में एपोस्टॉलिक पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस मुलाकात को एक अद्वितीय अवसर के रूप में चर्चा की, क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री और पोप के बीच इससे पहले अंतिम बातचीत जून 2000 में हुई थी, जब दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वेटिकन में पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी.