जलवायु परिवर्तन को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन ने मजबूत कदम उठाने की जताई प्रतिबद्धता
वर्ष 2005 की तुलना में वर्ष 2030 में ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को आधा करने की प्रतिबद्धता जता चुके बाइडन ने शुक्रवार को कहा, ‘‘ जलवायु परिवर्तन एवं स्वच्छ ऊर्जा पर कदम उठाना पहले से कहीं अधिक बड़ी जरूरत बन गया है.'
जलवायु परिवर्तन को लेकर उठाने होंगे मजबूत कदम: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल के समय में दो झटके लगने के बावजूद जलवायु परिवर्तन (Climate change) का मुकाबला करने के लिए कार्यपालिका स्तर पर मजबूत कठम उठाने की प्रतिबद्धता जतायी. उच्चतम ने पिछले महीने देश के मुख्य वायु प्रदूषण विरोधी कानून को यह कहकर सीमित कर दिया था कि इसका विद्युत उत्पादन संयंत्रों से कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन घटाने में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है.
सीनेटर जो मानचिन ने कही ये बात: पिछले बृहस्पतिवार को सीनेटर जो मानचिन ने कहा कि वह फिलहाल उस व्यापक प्रावधानों वाले कानून को टाले जाने के पक्ष में हैं जिसे डेमोक्रेट सांसद बाइडन के महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में मुख्य कदम के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं.
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन आधा करने की जताई प्रतिबद्धता: वर्ष 2005 की तुलना में वर्ष 2030 में ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को आधा करने की प्रतिबद्धता जता चुके बाइडन ने शुक्रवार को कहा, ‘‘ जलवायु परिवर्तन एवं स्वच्छ ऊर्जा पर कदम उठाना पहले से कहीं अधिक बड़ी जरूरत बन गया है.” सऊदी अरब से जारी एक बयान में बाइडन ने कहा कि यदि सीनेट जलवायु परिवर्तन का समाधान नहीं करती है और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा नहीं देती है तो ‘‘मैं इस समय की मांग को पूरा करने के लिए मजबूत कार्यपालिका कदम उठाऊंगा.”
सऊदी अरब में उन्होंने शुक्रवार को सऊदी के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से भेंट की. वैसे तो बाइडन ने यह नहीं बताया कि वह जलवायु के सिलसिले में क्या कदम उठायेंगे लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि इससे नौकरियां बढेगी, ऊर्जा सुधार में सुधार आयेगा, घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा तथा उपभोक्ताओं को तेल एवं गैस के बढ़ते दामों से सुरक्षा मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पीछे नहीं हटूंगा