यंगुन : म्यांमार में तख्तापलट के बाद से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. राजधानी यंगून समेत अन्य शहरों में सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों पर कहर बन कर बरस रहे हैं. यंगून के औद्योगिक क्षेत्र हेलिंगथया में रविवार को प्रदर्शनकारियों ने एक चीनी फैक्टरी को आग लगा दी.
चीनी फैक्टरी को आग लगाये जाने के बाद सेना ने खुलेआम गोलियां बरसा दी. इस गोलीकांड में करीब 51 लोगों की जानें चली गयीं. पिछले करीब डेढ़ माह से म्यांमार में चल रहे विरोध प्रदर्शन का ये अब तक का सबसे बड़ा मामला है. वहीं, अन्य शहरों में भी दर्जन भर से ज्यादा लोगों की जानें चली गयीं.
मालूम हो कि नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की प्रमुख आंग सान सू की पर अवैध रूप से 25 पाउंड सोना और करीब छह लाख डॉलर प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है. गौरतलब हो कि म्यांमार की लोकप्रिय नेता सू की को आज एक बार फिर अदालत में पेश किया जाना है.
म्यांमार के एक संगठन के मुताबिक, देश में हो रहे प्रदर्शन में राजधानी यंगून सहित अन्य शहरों में मारे गये प्रदर्शनकारियों की संख्या 125 से ज्यादा हो चुकी है. जानकारों बताते हैं कि म्यांमार में प्रदर्शनकारियों की मौत का आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है.
म्यांमार में जारी खूनी खेल से दुनिया हतप्रभ हैं. ब्रिटिश सरकार ने भी चिंता जतायी है. संयुक्त राष्ट्र ने भी म्यामांर की सेना को सत्ता वापस कर चुनी हुई सरकार को सौंप देने की अपील की है.
मालूम हो कि म्यांमार में एक फरवरी को सेना ने तख्तापलट करते हुए चुनी हुई सरकार को सत्ता से बेदखल कर आंग सान सू की समेत कई बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया था. इसके बाद से म्यांमार की सड़कों पर प्रदर्शन जारी है. लोग आंग सान सू की को रिहा करने की मांग कर रहे हैं.