रूस यूक्रेन युद्ध को अब डेढ़ साल हो गये हैं. रूस की फौज लगातार यूक्रेन पर हमला कर रही है, लेकिन अब युद्ध के बीच नया मोड़ आ गया है. दरअसल रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को तख्तापलट का खतरा मंडरा रहा है. डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन को डर है कि उनकी प्राइवेट मिलिशिया वैगनर ग्रुप उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तख्तापलट की कोशिश कर सकती है. ऐहतियातन क्रेमलिन में सुरक्षा के लिहाज से टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों को तैनात किया गया है.
मिसाइल हमले के बाद बिगड़े हालात
रिपोर्ट के मुताबिक, वैगनर ग्रुप के सरगना येवगेनी प्रिगोझिन ने यूक्रेन के बखमुत में वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमले के लिए रूस और रूसी सेना को दोषी मान रही है. बताया जा रहा है कि उन्होंने क्रेमलिन से बदला लेने की कसम भी खाई है. बता दें, मिसाइल हमले में दर्जनों वैगनर लड़ाकों की मौत हो गई है. जिसके बाद प्रिगोझिन ने कहा है कि हम मॉस्को जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि जो कोई भी हमारे सेंटर में प्रवेश करेगा वह इसके लिए जवाबदेह होगा.
सड़को पर उतारे गए टैंक
इधर, वैगनर सेना की ओर से उठाए जा रहे विद्रोही कदम के बात रूस की सड़कों पर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों को उतार दिया गया है. क्रेमलिन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही रूस के अहम स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है. हालांकि रूस की ओर से अभी तक विद्रोल को लेकर कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने इस मामले में कहा है कि प्रिगोझिन के आरोप में कोई सच्चाई नहीं है.
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