Quad Summit: इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए क्वाड सदस्य देशों ने 50 बिलियन USD आवंटित करने का लिया संकल्प
Quad Summit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ टोक्यो में दूसरे इन-पर्सन क्वाड लीडर्स समिट में भाग लिया.
Quad Summit: इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए क्वाड सदस्य देशों ने मंगलवार को 50 बिलियन अमेरिकी डालर आवंटित करने का संकल्प लिया है. बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ टोक्यो में दूसरे इन-पर्सन क्वाड लीडर्स समिट में भाग लिया. शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं ने एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता और संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता व विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व को दोहराया.
क्वाड लीडर्स की ओर से जारी किया स्टेटमेंट
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, क्वाड ज्वाइंट लीडर्स की ओर से जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया कि हम अंतर को कम करने के लिए सार्वजनिक और निजी निवेश को चलाने के लिए भागीदारों और क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्वाड अगले वर्ष यानि 2023 में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बुनियादी ढांचे की सहायता और निवेश के 50 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का विस्तार करने की पांच साल में कोशिश करेगा. इस पर जोर दिया गया कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उत्पादकता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे पर सहयोग को गहरा करना महत्वपूर्ण है. क्वाड लीडर्स ने ऋण के मुद्दों को संबोधित करने की प्रतिबद्धता साझा की, जो कई देशों में महामारी से बढ़ गए हैं.
देशों की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए करेंगे काम
ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि हम G20 कॉमन फ्रेमवर्क के तहत ऋण के मुद्दों से निपटने के लिए और क्वाड डेट मैनेजमेंट रिसोर्स पोर्टल सहित संबंधित देशों के वित्त अधिकारियों के साथ निकट सहयोग में ऋण स्थिरता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए देशों की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. जिसमें कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय क्षमता निर्माण सहायता शामिल है. बयान में साथ ही कहा गया कि हम भारत-प्रशांत क्षेत्र को बेहतर ढंग से जोड़ने के लिए अपने टूलकिट और विशेषज्ञता को जोड़ने के लिए विशेषज्ञों, हमारे क्षेत्र और एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.