Queen Elizabeth Funeral: ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को कड़ी सुरक्षा के बीच होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महारानी के अंतिम संस्कार की सुरक्षा में करीब 70 लाख अमेरिकी डॉलर यानि 59 करोड़ भारतीय रुपये (around INR 59 crores) खर्च होंगें. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के इतिहास में कई शाही आयोजन हुए हैं, लेकिन महारानी के अंतिम संस्कार के दिन सुरक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च किया जा रहा है.
सोमवार को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दुनियाभर से नेता इकठ्ठे होने वाले हैं. इन सभी को सुरक्षित रखने के लिए ब्रिटिश की एमआई5 और एमआई6 खुफिया एजेंसियां, लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस और गुप्त सेवा एक साथ काम करेंगे. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में एक पूर्व रॉयल सुरक्षा अधिकारी साइमन मॉर्गन के हवाले से बताया गया है कि यह यूनाइटेड किंगडम की पुलिस द्वारा अब तक की सबसे बड़ी पुलिस कार्रवाई है. इससे पहले 2011 में प्रिंस और प्रिंस ऑफ वेल्स की शादी का बड़ा आयोजन हुआ था. अगर, सुरक्षा पर किए खर्च की बात करें तो इसके सामने कुछ भी नहीं. विलियम और केट की 2011 की शादी में भारी पुलिस तैनाती थी. न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, 2011 की शादी के लिए पुलिस की लागत अनुमानित रूप से 7.2 मिलियन अमरीकी डालर थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व रॉयल सुरक्षा अधिकारी साइमन मॉर्गन ने कहा कि लंदन को भारी सुरक्षा के साथ कवर किया जाएगा. छतों और खास बिंदुओं पर निशानेबाजों को बैठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि खासा भीड़ को देखते हुए आतंकवाद के पर्याप्त खतरे की आशंका है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहर के कुछ हिस्सों को पहले ही बंद कर दिया गया है. संभावना है कि अंतिम संस्कार से पहले और सड़कें बंद हो जाएंगी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महारानी के अंतिम संस्कार में 750,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. शाही घराना छोड़ चुके प्रिंस हैरी और मेघन मार्कल को भी शाही सुरक्षा दी गई है.
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