Rajnath singh, rajnath singh Russia visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रूस दौरे से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. रूस ने एक बार फिर से यह दोहराया है कि वो पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति नहीं करेगा. रूस ने यह आश्वासन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ गुरुवार शाम को बैठक के दौरान दिया. राजनाथ सिंह के साथ बैठक में रूस के रक्षामंत्री जनरल सर्गेई शोइगू ने कहा कि पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति पर रूसी प्रतिबद्धता भारतीय अनुरोध का पालन करती है.
इधर, राजनाथ सिंह ने इस बैठक को शानदार बताया. इस दौरान उन्होंने देश की रक्षा एवं सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने में रूस द्वारा मुहैया की गई सहायता की सराहना की. बता दें कि रक्षा मंत्री शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को यहां पहुंचे हैं. सिंह ने पहले हुए समझौतों के तहत रूस द्वारा भारत को कई हथियार प्रणालियों, गोला बारूद और कल पुर्जों की आपूर्ति में तेजी लाने को भी कहा.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि बैठक में दोनों देशों के बीच सहयोग के व्यापक क्षेत्र को शामिल किया गया. इस बात का भी जिक्र किया कि बृहस्पतिवार की बैठक भारतीय और रूसी नौसेनाओं द्वारा मलक्का जलडमरूमध्य में अगले दो दिनों में किये जाने वाले नौसना अभ्यास ‘इंद्र” के समय हुई है. मंत्रालय ने कहा कि मंत्री ने भारत की रक्षा एवं सुरक्षा जरूरतों के अनुरूप रूस द्वारा निरंतर तेजी से सहायता मुहैया करने के लिये भी रूस की सराहना की. साथ ही, दोनों पक्ष समय पर रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के लिये संपर्क बनाये रखेंगे.
मंत्रालय ने कहा कि सिंह ने रूसी रक्षा मंत्री को आत्मनिर्भर भारत के संदर्भ में रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया कार्यक्रम की भी जानकारी दी. दोनों पक्षों ने एके 203 रायफल के उत्पादन के लिये भारत-रूस संयुक्त उद्दम की भारत में स्थापना पर अंतिम चरण की चर्चा का भी स्वागत किया. मंत्रालय ने अलग ट्वीट में कहा कि रूसी रक्षा मंत्री ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रियता से शामिल होने और अगले साल फरवरी में एयरो इंडिया एग्जिबिशन में भागीदारी की रूस की प्रतिबद्धता भी दोहराई. सिंह ने उन्हें भारत आने का भी न्योता दिया.
इससे पहले, अधिकारियों ने कहा कि सिंह के एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की समय पर आपूर्ति का अनुरोध किये जाने की भी संभावना है. इसकी प्रथम खेप 2021 के अंत तक पहुंचने का कार्यक्रम है. सिंह ने रूस रवाना होने से पहले ट्वीट करके कहा था कि शोइगू के साथ होने वाली बातचीत में परस्पर हितों के मुद्दे शामिल रहेंगे जून के बाद सिंह की यह दूसरी मास्को यात्रा है. उन्होंने 24 जून को मास्को में विजय दिवस परेड में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. विजय दिवस परेड का आयोजन द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75 वीं वर्षगांठ पर किया गया था.
सिंह शुक्रवार को यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक में भी शामिल होंगे, जिसमें आठ सदस्य देशों के रक्षा मंत्री हिस्सा लेंगे. बैठक में आतंकवाद, अतिवाद जैसी क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उनसे एकजुट होकर निपटने के तरीकों पर चर्चा होने की उम्मीद है. यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब संगठन के दो प्रमुख सदस्य देशों– भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध है.
Posted By: Utpal kant