सिंगापुर के बच्चों में दिखा दुर्लभ वायरस-MIS, कोरोना के 3,035 नये मामले सामने आये
Corona in Singapore: सिंगापुर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के साथ बच्चों में दुर्लभ ‘मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम’ (MIS) बीमारी के मामले भी बढ़ रहे हैं.
सिंगापुर: कोरोना संक्रमण एक बार फिर सिंगापुर में भी बढ़ने लगा है. इस बीच, सिंगापुर के बच्चों में दुर्लभ वायरस मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS) देखा गया है. इसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच, सिंगापुर की सरकार ने कहा है कि पिछले 24 घंटे के दौरान यहां 3 हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये हैं.
प्रशासन ने रविवार को यह जानकारी दी है. इसमें कहा गया है कि सिंगापुर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के साथ बच्चों में दुर्लभ ‘मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम’ (एमआईएस) बीमारी के मामले भी बढ़ रहे हैं. हालांकि, कोरोना और एमआईएस के संक्रमण को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि शनिवार को सिंगापुर में कोरोना संक्रमण के 3,035 नये मामले सामने आये, जबकि 12 मरीजों की मौत हो गयी. देश में अब तक संक्रमित करीब आठ हजार बच्चों में से 4 में ‘दुर्लभ स्थिति’ उत्पन्न हुई है. इन बच्चों में एमआईएस की पुष्टि हुई है.
Also Read: Singapore Lockdown: सिंगापुर में अनिश्चितकालीन लॉकडाउन पर प्रधानमंत्री ली ने कही ये बात
एमआईएस से पीड़ित बच्चों की उम्र 8 साल से कम
मीडिया में जो खबरें आयीं हैं, उसकी मानें, तो एमआईएस के सभी 4 मरीजों की उम्र दो महीने से आठ साल के बीच है. उन्हें इस साल अक्टूबर से नवंबर के बीच अस्पताल में भर्ती किया गया. खबरों के मुताबिक, इन चार मरीजों में से एक चार वर्षीय बच्चे को बाल गहन चिकित्सा कक्ष (सीसीआईयू) में भर्ती किया गया है, जो जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर है जबकि एक बच्चा जनरल वार्ड में भर्ती है. वहीं, दो को छु्ट्टी दी जा चुकी है.
10 हजार में 14 बच्चे एमआईएस के शिकार
गौरतलब है कि पिछले साल मई में प्रकाशित अंतरराष्ट्रीय समीक्षा अध्ययन के मुताबिक, 0.14 प्रतिशत संक्रमित बच्चों में एमआईएस का मामला आ रहा है. इसका अभिप्राय है कि कोरोना से संक्रमित 10 हजार बच्चों में 14 बच्चे एमआईएस के शिकार हो रहे हैं.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.