ओटावा : कनाडा में कोरोना वैक्सीनेशन और पाबंदियों को लेकर बवाल मचा हुआ है. आलम यह कि लोगों के विरोध-प्रदर्शन की वजह से कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को परिवार के साथ गुप्त स्थान पर छुपना पड़ा. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने कोविड प्रतिबंधों की तुलना फासीवाद से की और कनाडा के झंडे के साथ नाजी प्रतीक प्रदर्शित किए. कई प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को निशाना बनाते हुए उनकी तीखी आलोचना की.
मॉन्ट्रियल से आए डेविड सेन्टोस ने कहा कि उसे लगता है कि वैक्सीनेशन अनिवार्य करना स्वास्थ्य से संबंधित नहीं है, बल्कि यह सरकार द्वारा चीजों को नियंत्रित करने का एक पैंतरा है. विरोध-प्रदर्शन के आयोजकों ने सभी कोरोना पाबंदियों और वैक्सीनेशन को अनिवार्य बनाने के फैसले को वापस लेने और प्रधानमंत्री ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की.
मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कनाडा में कोरोना वैक्सीनेशन और पाबंदियों को लेकर किए जा रहे विरोध-प्रदर्शनों की वजह से प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को किसी गुप्त स्थान पर जाना पड़ा. सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का असली कारण यह बताया जा रहा है कि उसने अमेरिका की सीमा को पार करने वाले ट्रक चालकों के लिए वैक्सीनेटेड होना अनिवार्य कर दिया है.
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मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कनाडा सरकार की पाबंदियों और कोरोना वैक्सीनेशन को फासीवाद से तुलना की है. शनिवार को लोगों ने राजधानी में प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की तीखी आलोचना की. मीडिया से बातचीत करते हुए एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वैक्सीनेशन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह सरकार का एक पैंतरा है.