रूस ने नागरिक निकासी के लिए चार शहरों में की युद्ध विराम की घोषणा, यूक्रेन ने लगाया अभियान रोकने का आरोप
उधर, यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सैनिकों की भारी बमबारी की वजह से नागरिकों का निकासी अभियान बाधित हो गया है. उसने कहा कि बमबारी की वजह से देश छोड़ने की कोशिश कर रहे यूक्रेन के हजारों नागरिकों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
नई दिल्ली : रूस यूक्रेन के बीच युद्ध आज 12वें दिन भी जारी है. यूक्रेन ने रूस पर बमबारी की वजह से नागरिकों की निकासी अभियान बाधित होने का आरोप लगाया है. वहीं, रूस ने यूक्रेन के दावे के बीच रूस ने एक बार फिर बड़ा ऐलान किया है. उसने नागरिकों की निकासी के लिए मानवीय गलियारा बनाने के लिए चार प्रमुख शहरों में युद्ध विराम करने का ऐलान किया है.
मीडिया की खबरों में इस बात की जानकारी दी गई है कि यूक्रेन से आम नागरिकों की निकासी के लिए रूस ने चार शहरों में युद्ध विराम की घोषणा की है. रूस के इस ऐलान के बाद इन फंसे भारतीय समेत अन्य देशों के लोग यहां से निकलने में कामयाब हो सकेंगे. रूस ने यूक्रेन के चार शहरों कीव, मारियूपोल, खारकीव और सुमी में युद्ध विराम का ऐलान किया है. बताया यह जा रहा है कि रूस की ओर से यह कदम फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई रिक्वेस्ट के बाद उठाया गया है.
बमबारी से नागरिक निकासी अभियान बाधित
उधर, यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सैनिकों की भारी बमबारी की वजह से नागरिकों का निकासी अभियान बाधित हो गया है. उसने कहा कि बमबारी की वजह से देश छोड़ने की कोशिश कर रहे यूक्रेन के हजारों नागरिकों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. यूक्रेन के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव में रूसी रॉकेट के हमले से एक कार क्षतिग्रस्त हो गई और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई.
पहले शत्रुतापूर्ण कार्रवाई बंद करे यूक्रेन : पुतिन
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेनियों से लड़ने की अपील करते हुए कहा कि हमारी जमीन, हमारे शहरों से इस दुश्मन को खदेड़ने के लिए सड़कों पर उतरने की जरूरत है. जबकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को के हमलों को रोका जा सकता है, अगर कीव शत्रुतापूर्ण कार्रवाई बंद कर दें.
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रूसी लोगा दिमाग तय करता है दिशा
रूस के हमले तेज होने के साथ ही दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में लड़ाई से थोड़ी देर के लिए मिली राहत पल भर में गायब हो गई. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अन्य बड़े शहरों में रिहायशी इलाकों में भारी तोपें दागी गईं. गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटोन ग्रेराश्नेको ने टेलीग्राम मीडिया से कहा कि कोई सुरक्षित गलियारा नहीं हो सकता, क्योंकि केवल रूसी लोगों का बीमार दिमाग ही यह तय करता है कि कब और किस पर गोलीबारी करनी है.