Russia Drone Attack: यूक्रेन के चेर्नोबिल में परमाणु रिएक्टर पर रूस का हमला, ड्रोन अटैक से तबाही, रूस ने किया इनकार
Russia Drone Attack: रूस ने य़ूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु प्लांट पर ड्रेन से हमला किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रूसी ड्रोन ने चेर्नोबिल के खत्म हो चुके न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला किया है. वहीं रूस की ओर से हमले से इनकार किया गया है.
Russia Drone Attack: रूस ने ड्रोन के जरिए कीव स्थित चेर्नोबिल परमाणु रिएक्टर पर हमला किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को यह दावा किया. उन्होंने कहा कि रूस का ड्रोन चेर्नोबिल के परमाणु प्लांट के कवच पर गिरा है. ड्रोन हमले के बाद से प्लांट का रेडिएशन स्तर नहीं बढ़ा है, सिर्फ ढांचा को नुकसान पहुंचा और आग लग गई. हालांकि, बाद में आग पर काबू पा लिया गया. जेलेंस्की ने इस घटना को आतंकी हमला करार दिया है. साथ ही उन्होंने परमाणु स्थलों को निशाना बनाए जाने को खतरनाक बताया है. वहीं, रूस की ओर से हमले से इनकार किया गया है.
जेलेंस्की ने हमले के बाद किया ट्वीट
रूसी ड्रोन हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्वीट किया. अपने ट्वीट में जेलेंस्की ने कहा कि कल रात, एक उच्च-विस्फोटक हथियार के साथ एक रूसी हमलावर ड्रोन ने चर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र की नष्ट हो चुकी चौथी बिजली इकाई पर विकिरण से दुनिया की रक्षा करने वाले आश्रय पर हमला किया. इसका निर्माण यूक्रेन ने अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य देशों के साथ मिलकर किया था. उन्होंने लिखा कि दुनिया का एकमात्र देश जो ऐसी साइटों पर हमला करता है, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर कब्जा करता है और परिणामों की परवाह किए बिना युद्ध छेड़ता है, वह आज का रूस है. यह पूरी दुनिया के लिए एक आतंकवादी खतरा है.
रूस को ठहराना चाहिए जवाबदेह- जेलेंस्की
अपने ट्वीट में जेलेंस्की ने लिखा कि रूस हर रात यूक्रेन के बुनियादी ढांचे और शहरों पर ऐसे हमले करता है. जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूस अपनी सेना का विस्तार जारी रखा है और अपनी विक्षिप्त, मानव-विरोधी राज्य बयानबाजी में कोई बदलाव नहीं किया है. उन्होंने कहा कि इसका साफ अर्थ है कि रूस किसी कीमत पर बातचीत नहीं चाहता है. जेलेंस्की ने अन्य देशों से अपील की है कि वो रूस पर दबाव बनाएं. रूस को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. जेलेंस्की ने बताया की चर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास हमारी टीम जो ताजा स्थित की जांच कर रही है.
1986 को चेर्नोबिल में हुआ था परमाणु हादसा
1986 में चेर्नोबिल में बड़ा हादसा हुआ था, यहां परमाणु ऊर्जा स्टेशन में एक धमाका हो जाने के स्थिति काफी गंभीर हो गई थी. इस हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. अधिकतर जानें रेडिएशन की चपेट में आने के कारण गई थी. धमाके के बाद भारी मात्रा में रेडियोएक्टिव तत्व वायुमंडल में फैल गए. धीरे-धीरे रेडिएशन का दायरा बढ़ता गया और कई लोगों की मौत हो गई. इसके प्रभाव से हजारों लोगों को कैंसर जैसी बीमारी झेलनी पड़ी. चेर्नोबिल हादसे को इतिहास की सबसे बड़ी परमाणु दुर्घटना मानी जाती है.
रूस यूक्रेन के बीच जारी है युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध बीते तीन सालों से जारी है. दोनों देशों का युद्ध से बुरा हाल है. यूक्रेन के कई शहर पूरी तरह तबाह हो गये हैं. रूस की ओर से हर दिन यूक्रेन के शहरों पर निशाना साधा जा रहा है, मिसाइल, ड्रोन और अन्य तबाही मचाने वाले हथियारों से रूस यूक्रेन के शहरों को निशाना बना रहा है. अभी तक युद्ध खत्म करने की तमाम कोशिशें नाकाफी साबित हुई हैं. हालांकि राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप युद्ध बंद करवाने की कोशिश में जुटे हैं.
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