Ukraine Russia War: रूस ने यूक्रेन में फोड़ा फादर ऑफ ऑल बम! जानिए यह क्यों है इतना खतरनाक
Ukraine Russia War: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच दावा किया जा रहा है कि, रूस ने यूक्रेन पर प्रतिबंधित थर्मोबेरिक हथियार का उपयोग किया है. यूक्रेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि सोमवार को रूस ने यूक्रेन पर वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया.
Ukraine Russia War: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच दावा किया जा रहा है कि, रूस ने यूक्रेन पर प्रतिबंधित थर्मोबेरिक हथियार का उपयोग किया है. यूक्रेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि सोमवार को रूस ने यूक्रेन पर वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया. बता दें, जेनेवा कन्वेंशन के तहत इस बम को प्रतिबंधित कर दिया गया है. दरअसल यह ताकतवर बम फटने के बाद आसपास मौजूद वातावरण से ऑक्सीजन को सोखते हैं.
वैक्यूम बम दागने का आरोप: यूक्रेन का आरोप है कि रूस ने उसपर वैक्यूम बम से हमला किया है. बता दें, रूस में इसे फादर ऑफ ऑल बम भी कहा जाता है. कहा जाता है कि परमाणु बम के बाद यह दुनिया का सबसे खतरनाक बम होता है. जो वातावरण से ऑक्सीजन सोखता है. यह बम वातावरण में मौजूद हवा को विस्फोटक ईंधन के रूप से इस्तेमाल करता है.
क्यों इतना खतरनाक है वैक्यूम बम: बता दें, वैक्यूम बम या थर्मोबेरिक बम को दुनिया के सबसे घातक बमों की श्रेणी में रखा जाता है. इस बम को रूस ने साल 2007 में तैयार किया था. यह एक बेहद ताकतवर गैर परमाणु बम है. इसका एक धमाका 44 टन से अधिक टीएनटी धमाकों के बराबर होता है.
वैक्यूम बम को हवाई जहाज से जमीन पर गिराया जाता है. इसका धमाका परमाणु बन के बराबर ही होता है. लेकिन इसमें रेडिएशन का खतरा नहीं होता. यह सिर्फ वातावरण में मौजूद हवा को सोख लेता है. जब यह बम को हवा में विस्फोट कराया जाता है तो यह परमाणु बम के बराबर शक्तिशाली हो जाता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस के हमले में 70 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिक मारे जा चुके हैं. आर्टिलरी (तोप) से Okhtyrka में स्थित मिलिट्री बेस को निशाना बनाने का काम किया गया था. आपको बता दें कि Okhtyrka शहर खारकीव और कीव के बीच पड़ता है. इससे पहले
रूस ने बड़े पैमाने पर हथियार और रसद कीव भेजा. सेटेलाइट तस्वीरों में यूक्रेन की सीमा से 40 किमी अंदर तक रूस की टैंकों और हथियार व रसद लदे बड़े-बड़े ट्रकों का काफिला देखा गया. माना जा रहा है कि पूरी तैयारी करने के बाद अब रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी को पूरी तरह से घेर लिया है.
Posted by: Pritish Sahay