दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी विवादों में आ गयी है. ब्रिटेन के दो अखबारों ने यह दावा किया है कि रूस ने ब्रिटेन में बनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन का ब्लू प्रिंट चुराकर स्पूतनिक वी का निर्माण किया है. ब्रिटेन की मीडिया का आरोप है कि रुस ने अपने जासूसों के जरिये यह चोरी करवाई है.
रिपोर्ट का यह दावा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने ब्रिटेन सरकार को इस संबंध में सूचना दी है. सुरक्षा एजेंसियों ने अपने पास इसक बात के पुख्ता प्रमाण होने की बात को भी दोहराया है. द डेली मेल और द सन ने इस बात का दावा किया है कि रुसी जासूसों ने वैक्सीन का ब्लू प्रिंट चुराया था.
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हालांकि ब्रिटेन की सरकार ने वैक्सीन के ब्लू प्रिंट के चोरी होने की बात को स्वीकार नहीं किया है लेकिन उन्होंने यह माना है कि पहले की अपेक्षा अब साइबर हमले ज्यादा हो रहे हैं.
गौरतलब है कि रुस ने साल 2020 के अगस्त महीने में ही इस बात का दावा किया था कि उसने कोविड 19 वैक्सीन स्पूतनिक वी बना लिया है. भारत सरकार ने भी इस वैक्सीन को देश में इस्तेमाल की मंजूरी दी है और यहां स्पूतनिक वी वैक्सीन डोज दिया जा रहा है. साथ ही सिंगल डोज स्पूतनिक लाइट वैक्सीन का निर्माण भी किया गया है लेकिन अभी इसे इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी गयी है.
Posted By : Rajneesh Anand