Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन के बीच बीते 22 दिनों से युद्ध जारी है. यूक्रेन के कई शहरों में रूसी फौज के हमले जारी है. इस बीच अमेरिकी सीनेट ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया वॉर क्रिमिनल (War Criminal) कहा है. दरअसल, अमेरिकी सीनेट ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध अपराधी घोषित किया गया है. प्रस्ताव को रिपब्लिकन सीनेटर लिंड्से ग्राहम ने पेश किया और दोनों पार्टियों के सीनेटरों ने इसका समर्थन किया. वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ‘वॉर क्रिमिनल’ वाले अमेरिकी बयान से काफी नाराज हैं. रूस ने इस बयान का विरोध करते हुए इसे अक्षम्य बताया है.
इससे पहले रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने रूस को हिदायत दी है कि वह यूक्रेन पर अपने हमले तुरंत रोके. वहीं, अमेरिका ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियानों को तुरंत रोकने के इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) के आदेश का स्वागत किया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि, हम रूसी सरकार से कोर्ट के आदेश का सम्मान करने और अस्थायी उपायों का पालन करने का आग्रह करते हैं. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि हम यूक्रेन के साथ खड़े हैं.
बीते दिन रूस के हमलों में थोड़ी कमी दिखी. इस बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के साथ कुछ समझौतों पर सहमति बन रही है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के न्यूट्रल स्टेटस पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें कुछ आशा की किरणें दिख रही हैं. लावरोव ने कहा कि मॉस्को से सुरक्षा गारंटी के बदले यूक्रेन की राजनीतिक और सैन्य तटस्थता पर अब गंभीरता से चर्चा की जा रही है.
रूसी सेना के बढ़ते हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने समझौते के संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा कि देश को यह स्वीकार करना चाहिए कि वह अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन का सदस्य नहीं बनेगा, जिसका रूस विरोध कर रहा है. जेलेंस्की ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बातचीत जारी रहेगी और युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस की मांग अधिक यथार्थवादी होती जा रही है.
यूक्रेन पर हमले के बाद पूरी दुनिया रूस के खिलाफ खड़ी हो गई है. रूस की बहिष्कार किया जा रहा है. इसी कड़ी में यूरोपीय परिषद ने रूस को महाद्वीप की सबसे महत्वपूर्ण मानवाधिकार संस्था से बुधवार को बाहर कर दिया. परिषद के मंत्रियों की समिति ने एक बयान में कहा, रूसी संघ, 26 वर्षों की सदस्यता के बाद बुधवार से यूरोपीय परिषद का सदस्य नहीं माना जायेगा. परिषद के 47 सदस्य देश हैं.
Posted by: Pritish Sahay