India Russia News: PM मोदी की राष्ट्रपति पुतिन को ‘यह युद्ध का युग नहीं’ नसीहत पर रूस ने दी प्रतिक्रिया
India Russia Relations: पीएम मोदी की राष्ट्रपति पुतिन को दी गई 'आज युद्ध का युग नहीं' नसीहत पर रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि पश्चिमी देशों को जो खुद के लिए सही लगता है, वो वही करते हैं.
India Russia Relations: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दी गई ‘आज युद्ध का युग नहीं’ नसीहत पर रूस की ओर से प्रतिक्रिया दी गई है. भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने पीएम मोदी की इस चर्चित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों को जो खुद के लिए सही लगता है, वो वही करते हैं.
पीएम मोदी की टिप्पणी इस मुद्दे पर भारत की स्थिति के अनुरूप: रूस
यूक्रेन में शत्रुता को समाप्त करने पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पीएम मोदी की अपील के बारे में पूछे जाने पर डेनिस अलीपोव ने कहा कि टिप्पणी इस मुद्दे पर भारत की स्थिति के अनुरूप है. पश्चिम केवल उन उद्धरणों का उपयोग करता है जो अन्य भागों की उपेक्षा करते हुए उनके अनुरूप होते हैं. डेनिस अलिपोव ने कहा कि इस बयान ने बहुत ध्यान खींचा, लेकिन इस दृष्टिकोण में नया कुछ भी नहीं था. उन्होंने ध्यान दिलाते हुए कहा कि पीएम मोदी लगातार बेहद ऊंचे और साफ स्वर में दोहराते रहे हैं कि भारत रूस के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखेगा. अलिपोव ने कहा कि पीएम मोदी ने हमारे राष्ट्रों के बीच अटूट मित्रता का हवाला दिया था.
वैश्विक बाजारों में तेल की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी
भारत में रूसी राजदूत ने कहा कि पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के रूस पर बहुत कम प्रभाव पड़ा है. साथ ही G-7 देशों और यूरोपीय संघ ने क्रेमलिन के राजस्व को सीमित करने के लिए रूसी कच्चे और परिष्कृत उत्पादों पर तेल की कीमत की सीमा तय की है. इस महीने की शुरुआत में जी-7 वित्त मंत्रियों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया था कि मूल्य सीमा विशेष रूप से रूसी राजस्व को कम करने और यूक्रेन युद्ध को वित्त पोषित करने की क्षमता को कम करने के लिए डिजाइन की गई थी. अलीपोव ने कहा कि मूल्य सीमा से वैश्विक बाजारों में तेल की भारी कमी हो जाएगी और कीमतें तेजी से बढ़ेंगी.
पाकिस्तान द्वारा यूक्रेन को हथियार सप्लाई पर रूस ने दी ये प्रतिक्रिया
वहीं, पाकिस्तान द्वारा यूक्रेन को हथियार हस्तांतरित करने की खबरों पर अलीपोव ने कहा कि अगर इस तरह की डिलीवरी हुई है तो इसका पाकिस्तान के साथ रूस के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. रूसी राजदूत ने कहा कि अभी तक ऐसी अपुष्ट खबरें आई हैं, मुझे इसके तथ्यों के बारे में पता नहीं है. अगर, इसकी पुष्टि होती है तो पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों पर असर पड़ेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है.